Bihar: बांग्लादेश तख्तापलट पर सलमान खुर्शीद के बयान के समर्थन में उतरे राजद नेता कुमार सर्वजीत, समझाया मतलब


राजद नेता कुमार सर्वजीत
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बंगलादेश में हुए तख्तापलट के मामले में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के बयान के बाद राजद के बोधगया विधायक सह पूर्व कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत समर्थन में उतर गए हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में ऐसी स्थिति न कभी आई है और न आएगी। लेकिन इसमें सवाल है कि किसी भी देश के लिए जाति-धर्म के नाम पर राजनीति करना देश के लिए अच्छा नहीं होता है।
‘पिछले 10-15 वर्षों में देश में एक नया प्रचलन शुरू हुआ’
राजद नेता सर्वजीत ने कहा कि पिछले 10 से 15 वर्षों में एक नया प्रचलन शुरू हो गया है कि यह हिंदू है, वह मुस्लिम है। सभी इसी देश के नागरिक हैं। भारत में कभी जाति-धर्म के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह देश को कमजोर करने का संकेत है। उन्होंने कहा कि सलमान खुर्शीद ने जो कहा है उसका अर्थ यह है कि किसी भी लोकतांत्रिक देश में पीएम, सीएम को यह अधिकार नहीं है कि वह जाति-धर्म पर राजनीति करे। यह देश हिंदू-मुसलमान का है। जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करना और कुर्सी पाना किसी भी देश के लिए बेहतर संकेत नहीं है। जाति और धर्म के नाम पर देश को कमजोर करना चाहते हैं, वैसे नेताओं को सचेत हो जाना चाहिए। हिंदू, मुस्लिम और सिख, ईसाई का जो नारा है, वह किसी भाजपा नेता के बहकावे में आने से खत्म होने वाला नहीं है।
‘किसी भी एक जाति–धर्म पर प्रहार अच्छा नहीं’
विधायक सर्वजीत ने कहा कि सलमान खुर्शीद ने यह संकेत दिया है कि किसी भी एक जाति-धर्म पर प्रहार अच्छा नहीं है। देश को अंदर से कमजोर करने वाली वैसी पार्टियां सावधान हो जाएं। जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं। जाति-धर्म के कारण ही बांग्लादेश में यह स्थिति हुई है। खुफिया तंत्र को इसकी जानकारी नहीं थी क्या? दूसरे देशों से नफरत इसलिए हो रही है कि जाति-धर्म की बात हो रही है। लालू यादव गरीब का बेटा है तो उसके ऊपर, दलित है या फिर मुसलमान है तो उसके ऊपर प्रहार करो। यह सब हमने देखा है। यह देश को कमजोर किया जा रहा है। देश की आंतरिक सुरक्षा का मामला है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसी देश की हैं। जब बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ है तो देश को तो सतर्क रहना पड़ेगा। देश पर जब भी आंच आती है तो सभी पार्टियां एक होती हैं, यह तो संकेत है।
‘जीतन राम मांझी मंदिर गए तो मंदिर को धोया गया’
वहीं, उन्होंने कहा कि किसी जाति विशेष को आरक्षण न मिले यह कानूनन अपराध है। दलित में कोई भी जाति हो सबका अधिकार बराबर हो। सभी का आरक्षण बराबर है। दलितों के अधिकार के लिए लड़ेंगे। हम पार्टी द्वारा राजद को ढोंगी पार्टी कहे जाने के बयान पर उन्होंने कहा कि वही जीतन राम मांझी हैं जो दरभंगा में मंदिर गए थे तो उसे धोया गया था। वही जीतन राम मांझी हैं जो लालू प्रसाद के शासन काल में कई वर्षों तक मंत्री बनकर बैठे थे। जब राजद में मंत्री का सुख भोग रहे थे तो उस समय अपराध नहीं था। आरक्षण में आरक्षण का जो फैसला हुआ है, हम उसके खिलाफ हैं। बिहार के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को पासवान और धोबी आदि सभी जातियों से क्षमा मांगनी चाहिए थी। दलित को एक सामान शिक्षा और अधिकार होना चाहिए। सीएम ने दलित और महादलित की चर्चा की है। पासवान जाति को वंचित किया है।