Bihar: नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के दौरान मरीज की मौत; परिजनों ने डॉक्टरों पर हत्या आरोप, जमकर काटा बवाल


अस्पताल में मौजूद मृतक के परिजन और पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
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भागलपुर में इशाकचक थाना क्षेत्र के भोलानाथ पुल के पास सोमवार को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मरीज की इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल से लेकर नशा मुक्ति केंद्र तक जमकर हंगामा किया। इस दौरान परिजनों ने घंटों हंगामा किया और नशा मुक्ति केंद्र संचालक पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया।
मरीज के परिजनों का आरोप है कि मरीज को पहले पीटा गया और उसके शरीर पर जख्म के कई निशान भी हैं। जब मरीज की स्थिति खराब हुई तो नशा मुक्ति केंद्र में कार्यरत कर्मियों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर और डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान मधेपुरा जिला के गोलपारा निवासी अमरेश कुमार (36) के रूप में हुई है।
वहीं, घटना की सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी खुशी कुमारी और उनके परिजन मौके पर पहुंचे। फिर अस्पताल में जमकर घंटों बवाल काटा। मृतक की पत्नी खुशी ने आरोप लगाया कि उनके पति के साथ नशा मुक्ति केंद्र वालों ने बर्बरतापूर्वक पिटाई की है। तब जाकर उनकी तबीयत बिगड़ी, जिससे उनकी मौत हुई है। मृतक की पत्नी ने नशा मुक्ति केंद्र वालों पर हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने आगे कहा कि जब मैं सदर अस्पताल अपने पति को ढूंढने गई तो काफी ढूंढने के बाद वह मिले। उनके शरीर पर कई चोट के दाग भी दिखे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो, मुझे न्याय चाहिए।
गौरतलब है कि 25 जून को उक्त मरीज को पासी टोला स्थित प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। तब से उसका इलाज चल रहा था। सोमवार को उसकी स्थिति बिगड़ गई, जिसके बाद नशा मुक्ति केंद्र के कर्मियों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं, मृतक के भाई ब्रजेश कुमार ने वहां के तीन डॉक्टर ज्ञान रंजन, सीके सिंह और मोहम्मद अफरोज पर उसकी पिटाई कर हत्या का आरोप लगाया है। जबकि संचालक मौके से फरार है। इधर, घटना की जानकारी मिलने पर इशाकचक थाना पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।