Bihar: चालक को नींद या सेंसलेस होने पर भी नहीं होगा हादसा, छात्रों ने ईजाद की ‘ओबस्टकल अवॉइड कार’; मिला सम्मान


‘ओबस्टकल अवॉइड कार’ को राज्य भर में मिला तीसरा स्थान
– फोटो : अमर उजाला
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ड्राइविंग के दौरान ड्राइवर की नींद आना या अचानक सेंसलेस हो जाना एक गंभीर समस्या है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन औरंगाबाद के राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय के छात्रों ने इसका अनोखा समाधान खोज निकाला है। इन होनहार छात्रों ने एक ऐसा यंत्र विकसित किया है, जो चालक के नियंत्रण खोने पर वाहन का सारा कंट्रोल खुद संभाल लेता है और दुर्घटना को टाल देता है। इस प्रोजेक्ट का नाम है ‘ओबस्टकल अवॉइड कार’।
कैसे काम करती है ‘ओबस्टकल अवॉइड कार’
यह यांत्रिक प्रोजेक्ट खासतौर पर उन स्थितियों के लिए तैयार किया गया है जब ड्राइवर नींद में हो या किसी वजह से सेंसलेस हो जाए। यह यंत्र ड्राइवर की स्थिति का आकलन करके वाहन का नियंत्रण अपने हाथ में ले लेता है। जैसे ही वाहन में लगा सेंसर ड्राइवर की सतर्कता में कमी को भांपता है, यह खुद-ब-खुद स्टीयरिंग, ब्रेक और स्पीड पर नियंत्रण कर लेता है। यह तकनीक खासतौर पर लंबी दूरी की यात्रा करने वाले वाहन चालकों के लिए बेहद उपयोगी हो सकती है।