Bihar: गया एयरपोर्ट पर दो पूर्व सांसदों ने लगाए गंभीर आरोप, ‘पिछड़ी जाति होने के कारण पीएम से नहीं मिलने दिया’


गया एयरपोर्ट पर पूर्व सांसद हरि मांझी और रामजी मांझी ने भाजपा जिलाध्यक्ष पर लगाए गंभीर आरोप
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बिहार के गया जिले के दो पूर्व सांसदों ने गया एयरपोर्ट पर भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ विरोध जताया है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर पूर्व सांसद हरि मांझी और रामजी मांझी दोनों पीएम से मिलने के लिए पहुंचे थे। लेकिन भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा लिस्ट में नाम न देने के कारण सुरक्षा पास निर्गत नहीं किए गए। इसके बाद सांसदों ने भाजपा जिलाध्यक्ष पर आरोप लगाया कि पिछड़ी जाति होने के कारण ऐसा किया गया है।
दोनों सांसदों ने पूछा कि पूर्व विधायक और विधायक प्रोटोकॉल के अनुकूल है तो पूर्व सांसद प्रोटोकॉल के अनुकूल क्यों नहीं है। सांसदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा कुछ लोगों से पैसा लेकर सुरक्षा पास बनाया जाता है। वहीं, इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश उर्फ चिंटू ने इस आरोप को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि जो आरोप लगा रहे हैं, उनको भाजपा कार्यालय और कमिटी में अपनी बातें रखनी चाहिए थीं।
वहीं, पूर्व सांसद हरि मांझी ने कहा कि पीएम से मिलने का हम लोगों का पास निर्गत नहीं हुआ है। इसलिए हम लोग बाहर हैं। जिला का जो अध्यक्ष होता है, उसी को नाम देना होता है और उसी नाम के आधार पर प्रोटोकॉल के तहत पीएम से मिलने के लिए भेजा जाता है। हम दोनों पूर्व सांसदों का नाम नहीं भेजा गया है। इसलिए हम लोगों का पास बनकर नहीं आया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह काम जिलाध्यक्ष द्वारा जान-बूझ कर किया जाता है। जिलाध्यक्ष जिससे पैसा लेते हैं, उसी का नाम भेज कर पास निर्गत करवाते हैं और पैसा लेकर पास बनाते हैं। इसकी शिकायत हम लोग पीएम मोदी से और प्रदेश में भी करेंगे।
वहीं, भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश उर्फ चिंटू ने कहा कि पूर्व सांसद हमारे सम्मानित रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी के नेता भी हैं। वे क्या बोले हैं, उस विवाद में नहीं जाएंगे। मैं जिस घर से आता हूं और जिस वर्ग से आता हूं, वहां हमें कभी भी ऐसा नहीं सिखाया गया है कि पैसा लेकर के काम करना है। और रही बात पीएम के आगमन को लेकर लोगों को मिलवाने की तो जो आरोप लगाया गया है पूर्व सांसद द्वारा, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जो लोग मिले हैं पीएम से, वह भाजपा के नेता और कार्यकर्ता हैं कि नहीं हैं। अगर यह भाजपा के नेता और कार्यकर्ता नहीं हैं तो मैंने पैसे लेकर इनका पास बनवाया है। ये वैसे सांसद हैं जिन्होंने लोगों से पैसे लेकर पूर्व में काम किया है, इसलिए उनको ऐसा लग रहा है कि हमने पैसा लेकर ऐसा किया है।