आयुष्मान भारत योजना के तहत बनाए जाने वाले आयुष्मान गोल्डन कार्ड को लेकर शनिवार को सासाराम सदर अस्पताल से एक विशेष जागरूकता रथ रवाना किया गया। रोहतास के सिविल सर्जन डॉ. मणिराज रंजन ने हरी झंडी दिखाकर इस रथ को जिले के विभिन्न प्रखंडों के लिए रवाना किया। यह रथ जिलेभर में घूमकर आयुष्मान कार्ड से संबंधित जानकारी लोगों को देगा और उन्हें कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करेगा।
जिले में 1.35 लाख कार्ड बनाने का लक्ष्य
सिविल सर्जन डॉ. मणिराज रंजन ने जानकारी दी कि जिले में तीन दिवसीय विशेष शिविरों के माध्यम से कुल 1 लाख 35 हजार आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जागरूकता रथ ध्वनि यंत्रों के माध्यम से लोगों को योजना की जानकारी देगा और उन्हें पात्रता के आधार पर कार्ड बनवाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
26 से 28 मई तक चलेगा अभियान
उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश पर यह विशेष अभियान 26 मई से 28 मई तक चलाया जाएगा। इस दौरान जिले की हर पंचायत में विशेष शिविर लगाए जाएंगे, जहां पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से कोई भी गरीब व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में करवा सकता है।
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इनकी भी बनेगी पहचान
डॉ. रंजन ने बताया कि यह अभियान विशेष रूप से उन लोगों के लिए चलाया जा रहा है जिनका अब तक आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाया है। जिन लोगों का नाम राशन कार्ड में नहीं है, लेकिन वे अन्यथा पात्र हैं, उनका भी कार्ड बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त 70 वर्ष से अधिक उम्र के पेंशनधारी जिनके पास आधार कार्ड है, वे भी इस योजना के तहत लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि आधार कार्ड की अनिवार्यता 70 वर्ष से ऊपर के लाभार्थियों पर लागू है।
तीन स्तरों पर चल रही है कार्ड बनाने की प्रक्रिया
आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया जिले में तीन स्तरों पर संचालित हो रही है। सासाराम सदर अस्पताल समेत जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में यह सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा सभी प्रखंड कार्यालयों में स्थित कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर भी कार्ड बनाए जा रहे हैं। साथ ही, जन वितरण प्रणाली (PDS) की दुकानों पर भी आयुष्मान कार्ड बनवाने की सुविधा दी गई है।