Bhilwara Mandir News: श्री दूधाधारी गोपाल मंदिर में नौका विहार का विशेष आयोजन.

Last Updated:
Bhilwara Mandir: भीलवाड़ा के श्री दूधाधारी गोपाल मंदिर में भगवान लड्डू गोपाल के लिए नौका विहार का आयोजन किया गया. इस अवसर पर जल कुंड में गंगाजल और इत्र मिलाया गया. भक्तों ने आस्था से भाग लिया.

laddoo gopal
हाइलाइट्स
- ठाकुर जी का नौका विहार भीलवाड़ा में हुआ.
- जल कुंड में गंगाजल और इत्र मिलाया गया.
- भक्तों ने आस्था से भाग लिया और दृश्य कैमरों में कैद किया.
Bhilwara Mandir: तपते ज्येष्ठ माह और नौतपा के बीच शहर के सांगानेरी गेट के पास स्थित प्राचीन श्री दूधाधारी गोपाल मंदिर में भगवान लड्डू गोपाल को गर्मी से राहत देने के लिए एक विशेष आयोजन किया गया. यह मंदिर वृंदावन के प्रेम मंदिर के तर्ज पर बना है और भीलवाड़ा का प्रेम मंदिर भी कहलाता है. गर्मी को देखते हुए मंदिर परिसर में विशेष जल कुंड बनाया गया, जिसमें भगवान ठाकुर जी का नौका विहार कराया गया. इस आयोजन ने भक्तों को आस्था और आनंद का अद्वितीय अनुभव दिया.
श्री दूधाधारी गोपाल मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित कल्याण शर्मा ने बताया कि ज्येष्ठ माह में अत्यधिक गर्मी पड़ती है और नौतपा के दिनों में यह और भी बढ़ जाती है. इस कारण भगवान को गर्मी का अनुभव न हो, इसलिए हर साल यह विशेष आयोजन सेवा भाव से किया जाता है. जल कुंड में सामान्य पानी के साथ गंगाजल, अन्य पवित्र जल स्रोतों का जल और विशेष इत्र भी मिलाया गया ताकि वातावरण सुगंधित हो और भगवान को ठंडक का अनुभव हो.
श्रद्धालु इस दृश्य को अपने कैमरों में कैद करते दिखे
यह आयोजन धार्मिक मान्यताओं के साथ-साथ भक्तों की गहरी भावनाओं से भी जुड़ा होता है. इस दिन भक्त बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचते हैं क्योंकि पूरे वर्ष में यही एक दिन होता है जब वे अपने प्रिय ठाकुर जी को नौका विहार करते देख पाते हैं. भक्तों की आंखों में आस्था के भाव साफ नजर आ रहे थे और कई श्रद्धालु इस दृश्य को अपने कैमरों में कैद करते दिखे.
पंडित शर्मा ने बताया कि यह आयोजन न केवल भगवान की सेवा का प्रतीक है, बल्कि यह हमें सिखाता है कि जैसे हम अपने परिवारजनों की गर्मी में देखभाल करते हैं, वैसे ही ईश्वर की सेवा भी श्रद्धा से करनी चाहिए. हर साल इस आयोजन की तैयारियां एक सप्ताह पहले से शुरू कर दी जाती हैं ताकि हर बात का ध्यान रखा जा सके. श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी की आरती में भाग लेकर पुण्य अर्जित किया और मंदिर परिसर में प्रसाद भी बांटा गया. भीलवाड़ा शहर में यह आयोजन गर्मी के मौसम में आस्था और परंपरा को जीवंत बनाए रखने का प्रतीक बन गया है.
जल कुंड में गंगाजल और इत्र
पंडित कल्याण शर्मा ने बताया कि मंदिर परिसर में बनाए गए जल कुंड में गंगाजल और पवित्र जल मिलाया जाता है. इसके अलावा पानी को सुगंधित रखने के लिए खास गुलाब का इत्र भी मिलाया जाता है जो भगवान लड्डू गोपाल को बहुत प्रिय है. गर्मी के मौसम में यह ठंडक का अनुभव कराता है, इसलिए भगवान के श्रृंगार में भी इन इत्र का इस्तेमाल किया जाता है.
साल में सिर्फ एक बार होने वाले नौका विहार के लिए विशेष तौर पर ठाकुर जी के लिए नौका तैयार की जाती है जिसे साल में सिर्फ एक बार इस्तेमाल किया जाता है. इस अनोखी नौका का एक धार्मिक महत्व भी है.
यह भी पढ़ें:
भीषण गर्मी में दुनिया ढ़ूंढ रही छाया…दौसा में संत कर रहे अग्नि तपस्या, देखने वालों का लगा तांता