Published On: Tue, Aug 6th, 2024

Amar Ujala Medhavi Chhatra Samman Samaroh: Topper Daughter Said To Cm Sukhuno House, No Land, Father Is Also N – Amar Ujala Hindi News Live – अमर उजाला मेधावी छात्र सम्मान:सीएम सुक्खू से बोलीं टॉपर आरती


अमर उजाला ब्यूरो, शिमला
Published by: Krishan Singh

Updated Tue, 06 Aug 2024 05:24 PM IST

राजधानी शिमला में मंगलवार को आयोजित अमर उजाला मेधावी छात्र सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री सुक्खू से मेडल लेने मंच पर पहुंची 12वीं की टॉपर आरती ने हाथ से लिखी एक चिट्ठी भी सीएम को दी। 

Amar Ujala medhavi chhatra samman samaroh: Topper daughter said to CM SukhuNo house, no land, father is also n

12वीं की टॉपर आरती अपनी माता कमला देवी के साथ।
– फोटो : अमर उजाला

Trending Videos



विस्तार


सीएम सर, मेरे पास घर है न जमीन, पिता भी नहीं रहे, कृपया मेरी मदद कर दीजिए। राजधानी शिमला में मंगलवार को आयोजित अमर उजाला मेधावी छात्र सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री सुक्खू से मेडल लेने मंच पर पहुंची 12वीं की टॉपर आरती ने हाथ से लिखी एक चिट्ठी भी सीएम को दी। इसमें लिखा था कि सरकार उनकी घर बनाने में मदद करे। मुख्यमंत्री ने भी इस चिट्ठी को लेते हुए पूछा कि क्या इसमें मोबाइल नंबर लिखा है। आरती ने हां में सिर हिलाया। मुख्यमंत्री ने इसे जेब में रखा और कहा कि आपकी मदद करेंगे। मंडी जिला के सरकाघाट क्षेत्र के सियो गांव की रहने वाली आरती ने 12वीं कला संकाय की मेरिट में सातवां रैंक हासिल किया है।

Trending Videos

आरती के पिता राजेंद्र कुमार की चार साल पहले मौत हो चुकी है। मां कमला देवी स्कूल में मल्टी टास्क वर्कर हैं। उन्हें 5500 रुपये तनख्वाह मिलती है। आरती के दो और भाई-बहन भी हैं। बेटी को मुख्यमंत्री के हाथों मेडल पहनता देख कमला देवी भावुक हो गई। कहा कि कम तनख्वाह में परिवार का गुजारा मुश्किल हो रहा है। 1500 रुपये वाले किराये के कमरे में रहना पड़ रहा है। तीन बच्चों की पढ़ाई, खाने पीने का खर्च तनख्वाह में पूरा नहीं हो रहा है। पंचायत से घर बनाने के लिए मदद देने के लिए कई बार आवेदन किया। लेकिन कुछ नहीं हुआ। बेटी ने अब सीएम से मदद मांगी है, उम्मीद है कि जरूर मदद मिलेगी।

प्रिंसिपल के दिए कपड़े पहनकर पहुंची समारोह में

मां कमला देवी ने बताया कि उनके पास समारोह में आने के लिए अच्छे कपड़े तक नहीं थे। स्कूल की प्रिंसिपल ने उन्हें यह कपड़े दिए हैं। दसवीं कक्षा तक पढ़ी कमला देवी का कहना है कि वह बच्चों की पढ़ा-लिखाकर काबिल बनाना चाहती हैं।

.



Source link

About the Author

-

Leave a comment

XHTML: You can use these html tags: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>