After seeing the house locked, the girl consumed poison and died Bundi Rajasthan | मकान में ताला लगा देखकर युवती ने खाया जहर, मौत: फाइनेंस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग, ग्रामीणों ने हाईवे पर लगाया जाम – Bundi News
फाइनेंस कंपनी ने लोन रिकवरी के लिए मकान में ताला लगाया तो युवती ने जहर खाकर जान दी।
फाइनेंस कंपनी ने लोन रिकवरी के लिए मकान पर ताला लगाया तो युवती ने सदमे में आकर जहरीला पदार्थ खा लिया। कोटा अस्पताल में इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई। घटना शनिवार को बूंदी के केशोरायपाटन थाना क्षेत्र तीरथ गांव में हुई। रविवार को आक्रोशित ग्रामीणों
.
युवती की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने आज दौसा-लालसोट मेगा हाईवे के तीरथ चौराहे पर जाम लगा दिया। जहां युवती के परिजनों ने आरोप लगाया कि आवास फाइनेंस लोन कंपनी के लोग कई दिनों से हमें प्रताड़ित कर रहे थे। इससे घटना हुई है। परिजन और ग्रामीण कंपनी के खिलाफ मुकदमा करने दर्ज करने, पीड़ित परिवार का बैंक लोन माफ करने और मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।
युवती की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने दौसा-लालसोट मेगा हाईवे पर जाम लगा दिया।
घटना को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि गांव के महेश मीणा के मकान पर आवास फाइनेंस कंपनी ने लोन नहीं चुकाने पर शनिवार दोपहर को ताला लगा दिया। ग्रामीणों ने कंपनी के लोगों की काफी समझाइश की, लेकिन वो नहीं माने। इस दौरान खेत से लौटी महेश मीणा की बेटी दिव्या मीणा (25) मकान पर ताले की कार्रवाई देखकर सदमे आ गई और जहरीला पदार्थ खा लिया।
परिजन उसे इलाज के लिए कोटा एमबीएस अस्पताल लेकर गए जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। महेश मीणा की पत्नी की भी डेढ़ साल पहले मौत हो चुकी है। अब बेटी मौत के बाद पिता सदमे में है।
फाइनेंस कंपनी ने लोन रिकवारी के लिए गेट पर ताला लगाकर चस्पा किया नोटिस।
घर पर कोई नहीं था पीछे से लगाया ताला युवती के चाचा धर्मराज मीणा ने बताया कि महेश के घर पर कोई नहीं था। उसी समय दो गाड़ियों में बीमा कंपनी व पुलिस के लोग आए। उन्होंने बाहर खड़ी बाइक व अन्य सामानों को घर के अंदर रखकर शनिवार 1 बजे ताला लगा दिया। इसकी सूचना पर परिवार के लोग आए तो उनके साथ धक्का-मुक्की की। दिव्या की मां की भी डेढ़ साल पहले इसी आवास फाइनेंस कोटा बीमा कंपनी से परेशान होकर मौत हो गई थी।
6 लाख रूपए का लोन था, अब 12 लाख मांग रहे हैं धर्मराज ने बताया कि महेश ने 2021 में साढ़े 6 लाख का लोन लिया था। 11-11 हजार की 14 किस्त देने के बाद वह डिफॉल्टर हो गया। कंपनी ने 12 लाख रुपयों का तकाजा करते हुए परेशान करना शुरू कर दिया। महेश की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह लोन की पूरी राशि चुका सके। इससे पूरा परिवार ही सदमे में था।
कानूनी प्रक्रिया की पालना की आवास फाइनेंस के नोटिस में लिखे हुए नंबरों से बात हुई तो कंपनी से जुड़े लोकेंद्र सिंह ने बताया कि कार्रवाई लीगल है। इसके लिए एसप-कलेक्टर को हमने जाब्ते की व्यवस्था के लिए 1 लाख जमा करवाया है। इसके बाद बूंदी लाइन पुलिस व केशोरायपाटन थाना पुलिस से जाब्ते की व्यवस्था के बाद मकान पर कब्जे की कार्रवाई की है। 7 लाख का लोन हुआ था 2 साल से किस्त नहीं दे रहे हैं। हमने कब्जे की कार्रवाई के लिए कानूनी प्रक्रिया की पालना की है।
केशोरायपाटन एसएचओ देवेश भारद्वाज ने बताया कि युवती की जहरीले पदार्थ के सेवन से मौत हुई है। घटनाक्रम की जांच के बाद जरूरी कार्रवाई करेंगे