छठ पूजा: विदेशी मेहमानों पर छठ महापर्व का प्रभाव, बोधगया के घाट पर अर्पित किया भगवान सूर्य को अर्घ्य
छठ व्रतियों के साथ सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते विदेशी पर्यटक
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
गया जिले में स्थित बोधगया की निरंजना नदी के घाट पर गुरुवार की शाम छठ पूजा के अवसर पर अद्भुत नजारा देखने को मिला। भारतीय संस्कृति और सनातन परंपराओं से प्रभावित विदेशी मेहमान भी छठ महापर्व का हिस्सा बने और सूर्योपासना करते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया। भारतीय पारंपरिक परिधान में सजे विदेशी पर्यटकों ने इस महापर्व में सहभागिता कर भारतीय आस्था और संस्कृति के प्रति सम्मान जताया।
बोधगया के घाटों पर छठ पूजा के दृश्य से आकर्षित होकर विदेशी मेहमानों का एक दल, जो महाबोधि मंदिर और भगवान बुद्ध के दर्शन के लिए बिहार आया था, इस पावन पर्व में सम्मिलित हुआ। घाट पर पहुंचे इन मेहमानों ने सूप में फल और पूजन सामग्री लेकर भगवान सूर्य की आराधना की। घाट पर मौजूद स्थानीय लोगों के साथ कदम मिलाकर इन विदेशी पर्यटकों ने सूर्य को नमन किया और छठ पूजा के महत्व को आत्मसात किया।
छठ महापर्व की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय महिमा
छठ पूजा की महिमा अब केवल भारत तक ही सीमित नहीं रह गई है; यह पर्व अब विदेशों में भी मनाया जा रहा है। भारतीय मूल के लोग विभिन्न देशों में छठ पूजा का आयोजन करते हैं, जिसमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल होकर सूर्योपासना और भारतीय संस्कृति का अनुभव करते हैं।
महापर्व के प्रति आस्था से प्रभावित हुए विदेशी मेहमान
विदेशी मेहमानों ने बताया कि उन्होंने भारतीयों के बीच भगवान सूर्य के प्रति आस्था और श्रद्धा देखकर गहरी प्रेरणा महसूस की। उनके अनुसार, छठ पूजा का यह महोत्सव आस्था, आत्मसंयम और प्रकृति के प्रति सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने इस आयोजन में हिस्सा लेकर भारतीय संस्कृति की गरिमा को महसूस किया और इस अद्वितीय अनुभव से वे अत्यंत प्रभावित हुए।
भारतीय संस्कृति और विदेशी आकर्षण का अनूठा संगम
बोधगया के घाटों पर छठ पर्व के दौरान विदेशी मेहमानों की उपस्थिति ने भारतीय आस्था और वैश्विक आकर्षण के बीच अनोखा संगम प्रस्तुत किया। भारतीय संस्कृति और छठ पूजा के इस भव्य आयोजन ने विदेशी पर्यटकों को ऐसा अनुभव प्रदान किया, जो उनके लिए अद्वितीय और अविस्मरणीय बन गया।