For The First Time In Kullu Dussehra, Cultural Glimpse Of State And Abroad Will Be Seen – Amar Ujala Hindi News Live
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![Kullu Dussehra: कुल्लू दशहरा में पहली बार दिखेगी प्रदेश, विदेश की सांस्कृतिक झलक For the first time in Kullu Dussehra, cultural glimpse of state and abroad will be seen](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2024/08/17/kullu-dussehra_f68d0cdc2521bdb6bd6d36febea9ac81.jpeg?w=414&dpr=1.0)
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा(फाइल)
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मुख्य संसदीय सचिव एवं जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा आयोजन समिति के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि इस बार 13 से 19 अक्तूबर तक अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा का आयोजन किया जाएगा। इस बार प्रयास किए जा रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा देशों की इसमें सहभागिता हो। इस बार एक विशेष सम्मिश्रण सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। इसमें भारतीय और विदेशी संस्कृति का मिश्रण प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति अंतरराष्ट्रीय नृत्य महोत्सव इस आयोजन का मुख्य आकर्षण है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के लोक नृत्यों के साथ विभिन्न देशों की संस्कृति को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
शुक्रवार देर शाम को नई दिल्ली स्थित हिमाचल सदन में ‘30 डेज टू गो’ उद्घाटन समारोह को मुख्य संसदीय सचिव ने संबोधित किया। इसमें 17वीं शताब्दी से चली आ रही कुल्लू दशहरा की ऐतिहासिक परंपरा की झलक दिखाई गई। उन्होंने कहा कि कुल्लू में लगभग 365 स्थानीय देवी-देवता निवास करते हैं इसलिए इस भूमि को देवभूमि के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के आयोजन के लिए अब तक 332 स्थानीय देवी-देवताओं को निमंत्रण भेजा जा चुका है मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि सात दिवसीय कार्यक्रम बीते वर्षों की परंपरा के अनुसार मनाया जाएगा, हालांकि वाणिज्यिक व्यापार मेले दिवाली के त्योहार तक जारी रहेंगे। इसमें ऑटो मेला, ग्रामीण विकास मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय और विभिन्न अन्य संगठनों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी और स्टॅाल शामिल हैं। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कुल्लू दशहरा के बारे में लोगों को व्यापक स्तर पर जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन भारी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है जहां वे हस्तशिल्प, ऊनी वस्त्र आदि उत्कृष्ट वस्तुएं भी खरीद सकते हैं।
ठाकुर ने कहा कि रथ यात्रा, सांस्कृतिक परेड, कुल्लू कार्निवाल, ललहरी, खेल गतिविधियां, कला केंद्र प्रदर्शन और व्यापार मेला सात दिवसीय इस आयोजन के मुख्य आकर्षण होंगे। इस अवसर पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा विवरणिका का विमोचन भी किया। प्रधान आवासीय आयुक्त एसके सिंगला ने आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक नीरज चड्डा ,उपायुक्त कुल्लू के सहायक आयुक्त शशि पाल नेगी भी उपस्थित रहे।