‘वहां लोगों में जो गुस्सा, उसके पीछे गंभीर वजह’, संजौली मस्जिद विवाद पर बोले अनुराग ठाकुर
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शिमला के संजौली में स्थित एक मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर बुधवार को वहां जमकर विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हो गई। इस बीच इस मसले को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे की गहराई में जाकर इसके पीछे की वजह का पता लगाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोका जा सके।
जांच की जरूरत पर जोर देते हुए ठाकुर ने कहा कि यह पता लगाना जरूरी है कि इससे इलाके की जनसांख्यिकी पर क्या असर हो रहा है। भाजपा सांसद ने कहा, ‘हमें इस मुद्दे की गहराई में जाकर इसके पीछे के कारणों का पता लगाना होगा और यह पता लगाना होगा कि इसका स्थानीय जनसांख्यिकी पर क्या असर हो रहा है। वहां के लोगों में जो गुस्सा देखा जा रहा है उसके पीछे गंभीर कारण हैं। पिछले कुछ सालों में ऐसी घटनाएं लगातार हुई हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोकने के लिए हराई में जाकर कारणों का पता लगाने की जरूरत है।’
उधर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सुक्खू सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि राज्य सरकार कथित अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई में देरी कर रही है। जयराम ठाकुर ने कहा, ‘हिमाचल प्रदेश एक शांतिपूर्ण राज्य है, जहां शायद ही कभी कोई साम्प्रदायिक संघर्ष हुआ हो। लेकिन, अब जो स्थिति पैदा हुई है, सरकार को इसके खिलाफ सक्रिय कदम उठाने चाहिए थे, और इसमें जो देरी हुई है उसकी वजह से लोगों में गुस्सा है।’
आगे उन्होंने कहा, ‘हिंदुओं और स्थानीय लोगों की भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। BNSS 163 लगाना लोगों की आवाज को दबाने जैसा है। कानून के दायरे में शांतिपूर्ण विरोध होना चाहिए। मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि अगर यह अवैध निर्माण है, तो इस समस्या का जल्द समाधान निकाला जाना चाहिए।’
जयराम ठाकुर ने मंगलवार को कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब से यह सरकार सत्ता में आई है, तब से उन्होंने स्ट्रीट वेंडरों की पहचान, उनका पंजीकरण और उनके सत्यापन की प्रक्रिया शुरू नहीं की है। ठाकुर ने कहा कि उचित प्रक्रिया के अभाव के कारण सड़कों पर अज्ञात लोग भरे पड़े हैं, जिनकी पृष्ठभूमि उपलब्ध नहीं है।
इसी बीच बुधवार को शिमला के संजौली इलाके में एक मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया, जिसके बाद पुलिस ने संजौली में विवादित स्थल की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया और लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों ने अपने विरोध मार्च के दौरान ढली टनल ईस्ट पोर्टल में प्रवेश करते समय बैरिकेडिंग की पहली परत हटा दी और सुरक्षा बलों के साथ भिड़ गए। संजौली मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था।