84 Siddhas And 9 Nathas Darshan In Bharmour Of Himachal Pradesh – Amar Ujala Hindi News Live
भरमौर के चौरासी मंदिर में दर्शन करने के लिए लाइनों में लगे श्रद्धालु
– फोटो : स्रोत :जागरूक पाठक
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वर्ष में एक बार ही मणिमहेश आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को चौरासी सिद्धों और नौ नाथों के दर्शन करने का मौका मिलता है। वैसे तो भरमौर में 84 सिद्ध और आठ नाथ हैं। इनमें नौवें नाथ चंबा के चरपट नाथ हैं। वे केवल राधा अष्टमी पर बड़े न्हौण (स्नान) के लिए पहुंचते हैं। उसी रात को चरपट नाथ चौरासी परिसर में एक रात के लिए डेरा डालते हैं। इस दौरान चौरासी परिसर में 84 सिद्ध और नौ नाथों का समूह पूर्ण होता है।
मणिमहेश यात्रा में पवित्र डल में डुबकी लगाने के श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। जन्माष्टमी तक एक लाख श्रद्धालु पवित्र डल में डुबकी लगा चुके हैं। इसके बाद से लेकर अब तक रोजाना सैकड़ों शिवभक्त शिव के जयकारे लगाते हुए पवित्र डल की ओर कूच करते देखे जा सकते हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के चलते आए दिन जगह-जगह वाहनों और पैदल आवाजाही करने वाले श्रद्धालुओं की कतारें साफ देखी जा सकती हैं। अब राधाष्टमी के बड़े शाही न्हौण के चलते श्रद्धालुओं को कई तीर्थ, सिद्धों और नाथों के दर्शन करने का मौका मिल रहा है। मणिमहेश यात्रा के दौरान भरमौर से आगे की चढ़ाई के दौरान श्रद्धालुओं में जोश देखते ही बनता है।
चौरासी परिसर में 84 सिद्ध और नौ नाथ एकसाथ विराजमान होते हैं। भरमौर के स्थानीय ग्रामीण और सैकड़ों श्रद्धालु इस शुभ घड़ी के गवाह बनते हैं। भरमौर के चौरासी परिसर में धर्मराज का मंदिर, लखना माता मंदिर, नर सिंह मंदिर, नंदी समेत कई छोटे-बड़े मंदिर हैं, लेकिन चंबा से आने वाले चरपट नाथ का आशीर्वाद लोगों को मात्र मणिमहेश के दौरान ही मिलता है। पुजारी पंडित हरिशरण शर्मा और पंडित राजेश शर्मा ने बताया कि में चरपट नाथ के चौरासी परिसर में पहुंचने पर श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को एकसाथ चौरासी सिद्धों और नौ नाथों के दर्शन करने का मौका मिलता है।