इंडियन रेलवे ने बिहारी प्रतिभा का माना लोहा, छपरा के नीलाभ ने IRCTC के पोर्टल से डेडा लीक किया उजागर

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बिहार के सारण के एक युवक ने रेलवे के साथ की जा रही बड़ी गड़बड़ी का पर्दाफाश किया है। इस युवक ने रेल यात्रियों के डाटा लीक होने का मामला पकड़ा है। यह पकड़ में आने के बाद उसने आईआरसीटीसी के इंश्योरेंस पोर्टल को लेकर एक मेल किया। जिसके बाद आईआरसीटीसी ने इस कार्य के लिए उसकी सराहना की। युवक के टैलेंट की इलाके में जोर शोर से चर्चा हो रही है।
जिले के जलालपुर के सम्होता गांव निवासी नागेंद्र सिंह के पुत्र नीलाभ राजपूत ने जब गड़बड़ी पकड़ कर इसकी जांच की तो मामला सामने आया । उसने बग सॉफ्टवेयर बना कर डाटा लीक होने पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। रेलवे के अधिकारियों ने इसकी सत्यता की जांच की। रेलवे ने इसके लिए 30 जुलाई को मेल भेज कर युवक के कार्य की सराहना की है।
इंश्योरेंस पोर्टल से यात्रियों की निजी जानकारी हो रही थी लीक
युवक नीलाभ राजपूत ने बताया कि हर दिन लाखों की संख्या में यात्री रिजर्वेशन करा कर रेलगाड़ी से सफर करते हैं। आईआरसीटीसी से टिकट बुकिंग के दौरान जिस इंश्योरेंस पोर्टल से आप बीमा लेते हैं वहां से आपकी निजी जानकारी लीक हो रही थी। दरअसल, नीलाभ राजपूत अभी नोएडा की एक कंपनी में साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट के तौर पर काम करते हैं। नीलाभ ने बताया कि आईआरसीटीसी के इंश्योरेंस पोर्टल से यात्रियों की जानकारी लीक हो रही थी। कौन यात्री कहां जा रहा है, उसका सीट नंबर क्या है, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, ट्रांजेक्शन नंबर सारी जानकारी लीक हो रही थी। किसी पैसेंजर के नॉमिनी की डिटेल्स को भी बदला जा सकता था। उन्होंने इस कमी को पाया तो कुछ डाटा के साथ 23 जुलाई 2024 को भारत सरकार की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-in) को मेल किया। इसे अब फिक्स कर दिया गया है।
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क्या होता है बग
साइबर सिक्योरिटी में बग का मतलब किसी एप्लिकेशन या सॉफ्टवेर में उस कमी को दूर किया जाता है जिससे डाटा हैक होता है। उसमें बग फिक्स कर उसे हैक होने या डाटा लीक होने से बचाया जाता है। बग फिक्स करने का मतलब यह होता है कि जिस कमी को ढूंढा गया था या जिस वजह से डेटा लीक हो रहा था, उस कमी को दूर कर दिया गया है।
पहले भी कई कंपनियों के लिए बग निकाल चुके हैं नीलाभ
नीलाभ ने बताया कि इसके पहले भी कई बड़ी बड़ी कंपनियों में बग निकाल चुके हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले उन्होंने एप्पल, यूनाइटेड नेशंस, बीबीसी न्यूज, नोकिया, यूनिवर्सिटी ऑफ टर्की आदि कंपनी में बग निकाल चुके हैं। इनका नाम हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है।