Published On: Sun, Jul 28th, 2024

Indian Railways: इस राज्य की खुल गई किस्मत! रेलवे ने दिया सबसे ज्यादा बजट; ये है मेगा प्लान


ऐप पर पढ़ें

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने केंद्रीय बजट का विरोध करने को लेकर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के लिए आवंटन राज्य में यूपीए के शासन में आवंटित राशि से कई गुना अधिक है। उन्होंने पूछा, ‘भाजपा शासन में रेलवे के लिए तमिलनाडु को 6,362 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। द्रमुक जब संप्रग-2 का हिस्सा थी, तब इस क्षेत्र के लिए मात्र 879 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। अब जब बजटीय आवंटन में वृद्धि हुई है तो आप विरोध क्यों कर रहे हैं।’

जितेंद्र सिंह ने कहा कि तमिलनाडु को 6 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें मिली हैं। राज्य के 77 रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चिह्नित किया गया है। ये सब इसलिए हुआ क्योंकि पीएम मोदी तमिलनाडु, इसके लोगों और संस्कृति को पसंद करते हैं। काशी तमिल संगमम का आयोजन उनके विचार से हुआ। उन्होंने पूछा कि जब डीएमके यूपीए का हिस्सा थी, तब ऐसा क्यों नहीं हुआ? उन्होंने द्रमुक पर क्षेत्र, धर्म और जाति के आधार पर लोगों में विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बजट में देश के सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। कांग्रेस भी इसकी आलोचना नहीं कर सकती है। 

‘DMK के पास विरोध करने का कोई अधिकार नहीं’ 

केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि द्रमुक के पास विरोध करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने सत्तारूढ़ सरकार को सलाह दी कि वह राज्य के लिए निर्धारित धनराशि का उपयोग करे और विशेष रूप से इस धनराशि का उपयोग ‘डीप सी मिशन’ जैसी परियोजनाओं के लिए करे। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘कुल मिलाकर बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 के विजन को ध्यान में रखते हुए काफी भविष्योन्मुखी है। इसमें स्टार्टअप, रोजगार और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर बहुत जोर दिया गया है।’ उन्होंने भाजपा की तमिनाडु यूनिट के थिंकर्स सेल की ओर से आयोजित केंद्रीय बजट 2024 पर कार्यक्रम में ये बातें कहीं। 

.



Source link

About the Author

-

Leave a comment

XHTML: You can use these html tags: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>