Published On: Fri, Jul 19th, 2024

Cyber Crime : एंटरटेनमेंट कंपनी की यूजर आईडी हैक कर स्पाइस जेट के 10.50 लाख के टिकट बेचे, जांच रही नोएडा पुलिस


विस्तार


साइबर जालसाजों ने एंटरटेनमेंट कंपनी के लॉग इन क्रेडेंशियल (यूजर आईडी व पासवर्ड) को हैक कर एयरलाइंस कंपनी स्पाइस जेट के 10.50 लाख रुपये के ऑनलाइन टिकट बेच दिए। इस मामले में एंटरटेनमेंट कंपनी की तरफ से नोएडा साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। साइबर की टीम मामले की जांच कर रही है।

सेक्टर 16 ए फिल्म सिटी स्थित एंटरटेननेमेंट नेटवर्क इंडिया लिमिटेड (ईएनआईएल) के एडमिन हेड नंदन नेगी की ओर से साइबर क्राइम थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक मीडिया और रेडियो का व्यवसाय करने वाली उनकी कंपनी का स्पाइस जेट एयरलाइंस के साथ समझौता हुआ था। जिसके तहत एयरलाइंस कंपनी के एफएम चैनलों पर विज्ञापन देने के लिए सहमति बनी थी। 

इसके बदले बदले एयरलाइंस कंपनी के 45 लाख का एयर टिकट कर्मचारियों और पेशेवरों के लिए बुक करने का समझौता हुआ था। जनवरी 2024 में एयरलाइंस टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म पर कंपनी की रिपोर्ट की समीक्षा करने पर पता चला कि कंपनी की लॉगिन क्रेडेंशियल का इस्तेमाल कर 10,50,234 रुपये के विभिन्न अनाधिकृत और धोखाधड़ी वाले उड़ान टिकट बुक किए गए।

हवाई यात्रा करने वाले यात्री न कंपनी के कर्मचारी थे। न ही कंपनी से जुड़े मेहमान थे। आशंका जताई जा रही है कि जालसाजों ने बुकिंग के लिए पासवर्ड क्रैक कर इस साइबर फ्रॉड को अंजाम दिया गया है। जैसे ही फिल्म सिटी स्थित कंपनी को इस फर्जीवाड़ा का पता चला तब स्पाइस जेट एयरलाइंस कंपनी की टीम को जानकारी दी। नोएडा के एसीपी साइबर विवेक रंजन राय का कहना है कि जालसाजों ने कंपनी की यूजर आईडी को हैक कर स्पाइस जेट के टिकट बेच डाले। इस मामले की जांच की जा रही है।

हैक कर बेचे गए टिकट से उड़ान भरने वाले यात्रियों की जांच शुरू

नोएडा साइबर क्राइम पुलिस एंटरटेननेमेंट नेटवर्क इंडिया लिमिटेड (ईएनआईएल) की यूजर आईडी और पासवर्ड हैक कर स्पाइस जेट का टिकट कराने वाले हैकर की जांच में जुट गई है। प्राथमिक जांच में टूर एंड ट्रैवल कंपनियों को हैक करने वाले आरोपियों के शामिल होने की बात सामने आई है। वहीं इस मामले में हैक कर बेचे गए टिकट से यात्रा करने वाले लोगों की जांच शुरू हो गई। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यात्रियों ने टिकट किससे और कितने में खरीदी। पुलिस ने मामले की जांच के लिए दो टीमें गठित की हैं।

उधर कंपनी ने अपने स्तर से मामले की आंतरिक जांच की। जिसके बाद टिकट से यात्रा करने वाले लोगों की जानकारी, मोबाइल नंबर, आैर कुछ पासपोर्ट नंबरों की जानकारी साइबर थाने को दी गई है। साइबर क्राइम टीम तहकीकात कर रही है। पुलिस जालसाजों की ओर से इस्तेमाल की गई आईपी एड्रेस की जानकारी जुटा रही है।नोएडा के साइबर क्राइम एसीपी विवेक रंजन राय के मुताबिक प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि ईएनआईएल का स्पाइस जेट से समझौता था।

इसी के तहत ईएनआईएल को तय समय में स्पाइस जेट के लिए विज्ञापन चलाना था। वहीं स्पाइस जेट को ईएनआईएल के लिए हवाई जहाज के टिकट की काॅरपोरेट बुकिंग करनी थी। एसीपी ने बताया कि जांच में टूर एंड ट्रैवल से जुड़ी कंपनी एजेंसियों को हैक करने वाले प्रोफेशनल हैकर्स का इसमें हाथ हो सकता है। इस तरह के हैकर्स दो तरह से कमाई करते हैं। पहले तो किसी कंपनी की यूजर आईडी पासवर्ड हैक कर हवाई टिकट को किसी के नाम पर बुक कर देते हैं। जिसके नाम पर बुकिंग होती है उससे हवाई जहाज के सामान्य टिकट का पैसा लिया जाता है। 

हालांकि हैकर्स कंपनी की आईडी व पासवर्ड से काॅरपोरेट बुकिंग कर लेते हैं। पुलिस एनसीआर में इस तरह के हुए अन्य फ्रॉड का पता लगा रही है और इसमें शामिल गिरोह की जानकारी इकट्ठा कर रही है। इस मामले में एयरलाइंस कंपनी जांच में सहायता कर रही है। 

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