BJP 2nd List: भाजपा ने इसलिए काटा सूरत से रेल राज्य मंत्री का टिकट, इस सर्वे रिपोर्ट ने बिगाड़ा खेल
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लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने गुजरात में 26 में से 22 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी द्वारा घोषित किए गए 22 उम्मीदवारों में 10 मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिए गए हैं। जबकि चार सीटें मेहसाणा, सुरेंद्रनगर, अमरेली और जूनागढ़ में उम्मीदवार घोषित होने बाकी हैं।
भाजपा की सूची में सबसे युवा चेहरा वलसाड से धवल पटेल का है। अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित वलसाड सीट पर धवल पटेल को पार्टी ने उतारा है। धवल अभी भाजपा के राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति मोर्चा के सोशल मीडिया इंचार्ज हैं। धवल सूरत के रहने वाले हैं और उन्होंने एमबीए किया हुआ है। धवल पटेल का ग्लोबल एमएनसी में काम करने का 12 साल का अनुभव है। पटेल पिछले 15 साल से दक्षिण गुजरात में अनुसूचित जनजाति समुदाय के लिए काम कर रहे हैं।
वहीं, भाजपा ने सूरत सीट से केंद्रीय रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश का टिकट काटकर सूरत शहर के महामंत्री मुकेश दलाल को टिकट दिया है। जबकि वडोदरा सीट से लगातार तीसरी बार सांसद रंजनबेन भट्ट को मौका दिया गया है। भाजपा ने दूसरी सूची में तीन महिला उम्मीदवारों का टिकट काटा है और उसके सामने दो महिलाओं को टिकट दिया है। भावनगर सीट पर पूर्व महापौर नीमु बेन बांभनिया को टिकट दिया है।
सूत्रों का कहना है कि सूरत से दो बार सांसद रहीं दर्शना विक्रम जरदोश का टिकट कटने की कई वजह हैं। पार्टी ने उन्हें छह माह पूर्व ही ऐसा संकेत दे दिया था इस बार लोकसभा में उनका टिकट कट सकता है। इसके पीछे अंदरूनी कलह एक बड़ा कारण बताया जा रहा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल के साथ उनकी पटरी नहीं बैठना भी एक बड़ी वजह है। पार्टी की अंदरूनी रिपोर्ट में यह भी सामने आई थी कि दर्शनाबेन जरदोश के कामकाज को लेकर सूरत के कपड़ा व्यापारी भी खुश नहीं थे। यह स्थिति तब रही जब वे खुद केंद्र में कपड़ा राज्य मंत्री थीं।
सूत्रों का कहना है कि सूरत में महाराष्ट्र, बिहार और यूपी के बड़ी संख्या में लोग रहते हैं और व्यापार करते हैं। बतौर रेल राज्यमंत्री वे इन लोगों के लिए कुछ ज्यादा नहीं कर सकीं। इसके अलावा सूरत में विकास कार्यों का तेजी से न होना और लोगों के साथ व्यवहार ठीक न होना भी, उनके टिकट कटने की वजह बताया जा रहा है।
पार्टी ने दर्शना की जगह मुकेश दलाल को मैदान में उतारा है। दलाल तीन बार के पार्षद, पांच बार स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे हैं। मिलनसार स्वभाव के दलाल सबसे पुराने सूरत पीपुल्स बैंक में बीस वर्षों तक डायरेक्टर और शताब्दी वर्ष में अध्यक्ष रहे हैं