उन्नाव बस हादसा: पांच बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया, बिहार के ड्राइवर अखलाक की मौत

ऐप पर पढ़ें
यूपी के उन्नाव में हुए बस हादसे में चालक मो. अखलाक (34) की भी मौत हो गयी। अखलाक पूर्वी चंपारण के पचपकड़ी थाना क्षेत्र के सपही बीरता टोला निवासी मो. मोदलीस का पुत्र था। वह हादसे का शिकार हुई बस का मुख्य चालक था। करीब चार पांच वर्षों से बस चला रहा था। अखलाक के साथ दिल्ली जा रहे झिटकाही निवासी मो. फिरोज ने हादसे में चालक की मौत की सूचना बुधवार सुबह उसके परिजनों को दी।
घटना की खबर मिलते ही परिवार में मातम छा गया। परिजन घटनास्थल के लिए रवाना हो गये। पिता मो. मोदलीस ने बताया कि सुबह में अपने बेटे की मौत की जानकारी मिली। वह मंगलवार को करीब दो बजे बाइक से पीपराकोठी गया और वहां से बस लेकर दिल्ली जा रहा था। वह हमेशा घर से बाइक से पीपराकोठी में जाकर बस पकड़ता था और लौटते वक्त पीपराकोठी में बस छोड़ बाइक से घर आ जाता था। उसकी कमाई से घर का खर्चा चल रहा था। बूढ़े मां बाप का वह सहारा था। उनलोगों की परवरिश कर रहा था। तीन भाइयों में वह सबसे छोटा था। दो बड़े भाई मुम्बई में रहते हैं। दो बहन हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। ढाका सीओ सतीश कुमार सिंह ने बताया कि राजस्व कर्मचारी को चालक के घर पर भेजा गया है। जरूरी प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाएगी।
अखलाक के हैं पांच बच्चे
अखलाक के दो लड़के व तीन लड़कियां हैं। सभी की उम्र बारह वर्ष से कम है। वह अपनी साली की शादी में दार्जीलिंग पूरे परिवार के साथ गया था। वह अपनी पत्नी व बच्चों को वहीं छोड़कर सोमवार को घर लौटा था। उसे क्या पता था कि पत्नी, बच्चों व रिश्तेदारों से उसकी यह अंतिम मुलाकात होगी। घटना की खबर मिलते ही पत्नी, बच्चे, भाई सभी घर के लिए रवाना हो गये हैं।
यह भी पढ़िए- उन्नाव हादसे पर CM नीतीश ने जताया दुख, बिहार के मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख की मदद
घटना के बाद घर में छाया मातम
घटना के बाद चालक अखलाक के घर में मातम पसरा है। घर का माहौल पूरी तरह गमगीन है। परिजनों की आंखों से आंसू नहीं सूख रहे हैं। बूढ़े मां-बाप को यह चिंता सता रही है उसके बाल-बच्चों की परिवरिश कैसे होगी? उसके बाल बच्चे अभी काफी नादान हैं।