केके पाठक का फिर तबादला; राजस्व भूमि सुधार विभाग से राजस्व परिषद भेजे गए, एक महीने में दूसरी पोस्टिंग
![](https://net4newsonline.in/wp-content/uploads/2024/05/ad6-min.jpg)
ऐप पर पढ़ें
बिहार के तेज तर्रार आईएएस केके पाठक एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। एक बार से उनका तबादला कर दिया गया है। हालांकि उन्होने इससे पहले राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के एसीएस के पद पर ज्वाइनिंग नहीं की थी। और अभी भी छुट्टी पर है। इस बीच उनकी पोस्टिंग फिर कर दी गई है। इस बार केके पाठक को राजस्व पर्षद के अध्यक्ष सह सदस्य के पद पर नियुक्ति दी है। साथ ही बिपार्ड के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा। इस मामले में सामान्य प्रशासन विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है।
बुधवार को सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव सिधेश्वर चौधरी द्वारा इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई। मालूम हो कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 13 जून 2024 को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद पर पदस्थापित केके पाठक का तबादला राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद पर किया गया था। तब वे छुट्टी पर थे। अब, उस तबादले की अधिसूचना में परिवर्तन करते हुए उन्हें राजस्व पर्षद में पदस्थापित किया गया है। छुट्टी से लौटने के बाद केके पाठक उसी पद पर योगदान देंगे।
वही, विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद को राजस्व पर्षद के अध्यक्ष सह सदस्य के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है। जबकि, ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह अगले आदेश तक राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव के अतिरिक्त प्रभार में बने रहेंगे। वहीं, पूर्णिया के बंदोबस्त पदाधिकारी कमलेश कुमार सिंह स्थानांतरित कर भू-अर्जन निदेशक पद पर पदस्थापित किया गया है।
आपको बता दें 3 जून से 30 जून तक केके पाठक छुट्टी पर थे। और फिर अब मेडिकल लीव पर हैं। छुट्टी के दौरान ही राजस्व विभाग के एसीएस पद पर पोस्टिंग हुई थी। लेकिन इस दौरान उन्होने ज्वाइनिंग नहीं की। इस बीच केके पाठक की नेम प्लेट भी हटा दी गई थी। और बताया जा रहा था केके पाठक इस पोस्ट पर ज्वाइनिंग के मूड में नहीं थे। जब तक केके पाठक शिक्षा विभाग में एसीएस के पद पर रहे, तब तक उनके फैसलों को लेकर काफी गतिरोध चलता रहा।
फिर चाहे वो स्कूल टाइमिंग हो, शिक्षकों की छुट्टी हो, या फिर त्योहारों पर होने वाली स्कूल की छुट्टी। शिक्षकों ने भी केके पाठक के फैसलों का विरोध किया। और आंदोलन तक किया। बिहार की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केके पाठक ने कई बड़े फैसले लिए थे। अब उन्हें राजस्व पर्षद का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।