Madan Mohan’s melodious songs resonated in Sangeet Ashram Institute | संगीत आश्रम संस्थान में गूंजे मदन मोहन के सुरीले गीत: कलाकारों से सुरों से सजी शाम, सुर ताल के साथ म्यूजिक डायरेक्टर को किया याद – Jaipur News

शास्त्रीनगर स्थित संगीत आश्रम संस्थान कीे ओर से रविवार को संस्थान परिसर में बॉलीवुड के लीजेंडरी म्यूजिक डायरेक्टर मदन मोहन की याद में वो भूली दास्तां शीर्षक से सांस्कृतिक संध्या संजोई गई।
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इसमें डेढ़ दर्जन से अधिक बाल-युवा कलाकारों ने मदन मोहन के संगीतबद्ध सुरीले सदाबहार गीतों की माला सुर, लय और ताल में पिरोकर मौजूद अनेक श्रोताओं के दिलों को छू लिया। वत्सल अनुपम के निर्देशन में सजे इस कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ कलाकार व समाजसेवी ताराचंद जैन के मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप-प्रज्वलन से हुई।

कार्यक्रम में कलाकार रियाशीं गोयल ने अगर मुझसे मुहब्बत है…, जयति कुमारी ने नयना बरसे रिमझिम…, वनिता हीरानी ने रुके रुके से कदम…, विमर्श स्वामी ने ए हसीना, नाजनीनों…,अंजलि शर्मा ने वो भूली दास्तां लो फिर…, रजनी कुमावत ने नयनों में बदरा छाए…जगदीश जीनगर इक हंसी शाम को…, भूमिका राठौर ने झुमका गिरा रे… सरीखे गीतों की खुशबू से आबोहवा को महका दिया। इसी प्रकार राजीव मित्तल ने आपके पहलू में आकर…, ममता शर्मा ने लग जा गले…, जीनस कंवर ने तू जहां-जहां चलेगा…, भूमि कोठारी ने ये दुनिया ये महफिल… जैसे गीत गाए। कार्यक्रम में लक्ष्य शर्मा, योगिता गुप्ता, वाणी कोठारी, प्रीति प्रधान, प्रियंका सिंह और वरुण जांगिड़ ने गीत प्रस्तुत किए।

मंच का संचालन वीना अनुपम ने किया। इलेक्ट्रिक की बोर्ड पर खुशी कृपलानी, गिटार पर दिशा शर्मा, तबले पर दिलशाद खान, वरुण जांगिड़, अकोॢडयन पर सुलेमान और आक्टोपेड पर गर्वित ने संगत की। अंत में संस्थान सचिव अमित अनुपम ने सभी उपस्थित लोगों का आभार जताया।