NEET Paper Leak: चिंटू समेत 6 शातिरों से EOU की पूछताछ पूरी, खुलेंगे कई राज, जेल भेजे गए सभी आरोपी
![](https://net4newsonline.in/wp-content/uploads/2024/05/ad6-min.jpg)
ऐप पर पढ़ें
नीट पेपर लीक मामले में बिहार की आर्थिक अपराध शाखा ने जिन 6 शातिरों को देवघर से गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ पूरी होने के बाद कोर्ट में पेशी कराई गई, जिसके बाद सभी को जेल भेज दिया गया है। इससे पहले सभी आरोपियों का पटना का शास्त्री नगर के एलएनजेपी अस्पताल में मेडिकल चेकअप कराया गया था। बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नीट पेपर लीक मामले में शामिल सिंटू कुमार उर्फ चिंटु उर्फ बालदेव कुमार और 5 संदिग्धों को देवघर में गिरफ्तार किया था।
ईओयू की विशेष टीम सभी छह को लेकर कल दोपहर पटना पहुंची थी। गुप्त स्थान पर इनसे पूछताछ हुई। सिंटू कुमार नालंदा के कराय-पशुराय प्रखंड के गुलेरिया बिगहा गांव का रहने वाला है। इसे प्रश्न-पत्र लीक मामले का एक अहम किरदार माना जा रहा है। ईओयू को सिंटू के अपने साथियों के साथ देवघर के देवीपुर थाना क्षेत्र में एम्स के पास स्थित झुनु सिंह के मकान में छिपे होने की सूचना मिली। इसके बाद पटना से टीम वहां पहुंची और शुक्रवार की रात स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों के अनुसार, सिंटू के व्हाट्स एप पर ही सबसे पहले प्रश्न-पत्र मुख्य सेटर अतुल वत्स और अंशुल सिंह के गैंग की तरफ से ही भेजा गया था। इसके बाद इसने अपने नीचे के छोटे सेटरों अमित आनंद, नीतीश समेत अन्य लोगों को भेजा था। तीन-चार चैनल से होते हुए यह विद्यार्थियों तक पहुंचा। अब तक की पूछताछ में यह सामने आया है कि सिंटू ने ही झारखंड में हजारीबाग सहित दो स्थानों पर प्रश्न-पत्र व्हाट्स एप के जरिए पहुंचाया था। इससे पूछताछ में बड़े खुलासे की संभावना है। मसलन, प्रश्न-पत्र कहां-कहां और कितने लोगों को भेजा गया था? अतुल और अंशुल कहां छिपे हैं? इसकी निशानदेही से दोनों मुख्य सेटरों तक पहुंचा जा सकता है।
नीट से एक दिन पहले यानी 4 मई की रात में पटना के खेमनीचक इलाके में स्थित लर्न्ड एंड प्ले स्कूल में 35-40 छात्रों को रखकर प्रश्न-पत्र का उत्तर रटावाया जा रहा था। इसी दौरान पुलिस की छापेमारी में 16 को गिरफ्तार किया गया था। यहां कई कागजातों के साथ जले हुए प्रश्न-पत्र के टुकड़े भी मिले थे। इसी से पता चला कि प्रश्न-पत्र लीक हुआ है।
नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की अबतक की जांच में यह जानकारी सामने आई है कि नीट के पहले भी गैंग ने बिहार की दूसरी परीक्षाओं में सेटिंग करवाई थी। इसमें सिपाही भर्ती, शिक्षक भर्ती के अलावा कुछ अन्य परीक्षाएं शामिल हैं। ईओयू ने अबतक 16 से अधिक चेक, 6 पासबुक और 5 से अधिक एटीएम कार्ड बरामद किए। ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के कुछ स्लिप भी मिले हैं। इनकी तफ्तीश में 10 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन के प्रमाण मिले हैं। साथ ही बरामद करीब तीन दर्जन एडमिट कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, अंक पत्र समेत कई प्रमाण पत्र भी मिले हैं।