Rajasthan Doctor Death Protest Update | Udaipur RNT Medical College Death | डॉक्टर की मौत, उदयपुर में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर: प्रिंसिपल और वार्डन को सजा और इस्तीफे की मांग पर अड़े; जोधपुर-कोटा में भी विरोध – Udaipur News

फोटाे उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल का है। जहां मरीजों की भीड़ लगी हुई है।
उदयपुर के रवीन्द्रनाथ टैगोर (RNT) मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में करंट से हुई डॉक्टर की मौत के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। इस हादसे के बाद एमबी हॉस्पिटल से जुड़े सभी 600 रेजिडेंट डॉक्टर्स गुरुवार से हड़ताल पर उतर आए है।
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इन डॉक्टर्स का विरोध शुक्रवार को भी जारी रहा और हड़ताल पर रहे। गुरुवार शाम को ही रेजिडेंट यूनियन ने इसकी घोषणा कर दी थी कि उनकी मांगे जब तक पूरी नहीं हो जाती वे काम पर नहीं लाैटेंगे।
इधर, जोधपुर में सात दिन पहले 13 जून को डॉ. राकेश विश्नोई (30) के सुसाइड का मामला भी बढ़ता जा रहा है। जोधपुर मथुरादास माथुर हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने शुक्रवार को इमरजेंसी छोड़ सभी सेवाओं का बहिष्कार शुरू कर दिया है। इनके समर्थन में कोटा मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट भी उतर आए है और काली पट्टी बांध विरोध किया।

उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज के बाद रेजिडेंट्स डॉक्टर्स का धरना प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा।
पहले जाने क्या था उदयपुर में डॉक्टर रवि शर्मा की मौत का मामला
जानकारी के अनुसार हादसा बुधवार रात 2 बजे उदयपुर के रवीन्द्रनाथ टैगोर (RNT) मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल का है। मकराना (नागौर) के रहने वाले डॉ. रवि का चचेरा भाई प्रशांत भी रेजिडेंट डॉक्टर है। प्रशांत की बुधवार को नाइट ड्यूटी थी। रात करीब दो बजे डॉ. रवि हॉस्टल के कॉरिडोर में रखे वाटर कूलर से पानी भर रहे थे।
इसी दौरान वे करंट की चपेट में आ गए। शॉक लगते ही वे जोर चिल्लाए और बेहोश हो गए। पास के कमरों में रहने वाले दूसरे रेजिडेंट्स ने उन्हें सीपीआर देकर बचाने की कोशिश की। इसके बाद उन्हें एमबी हॉस्पिटल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर के परिजनों के उदयपुर पहुंचने के बाद पोस्टमॉर्टम करवाया गया। इसके बाद शव परिजन को सुपुर्द कर दिया।
डॉक्टर की मौत के बाद काम छोड़कर आए ताला लगाया
इधर, जैसे ही डॉक्टर के मौत की सूचना मिली गुरुवार सुबह एमबी हॉस्पिटल से जुड़े करीब 600 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर उतर आए। समझाइश के लिए मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विपिन माथुर ने भी बातचीत का प्रयास किया लेकिन डॉक्टर्स माने नहीं।
डॉक्टर का कहना था कि वाटर कूलर में करंट को लेकर पहले भी लिखित में शिकायत दे चुके थे। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स ने हड़ताल की घोषणा करते हुए प्रिंसिपल के ऑफिस पर ताला लगा दिया था।

रेजिडेंट्स डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते कई मरीजों को बैरंग भी लौटना पड़ा।
शुक्रवार को हड़ताल का असर, एक मेडिकल ऑफिसर वार्ड में तैनात
एमबी हॉस्पिटल से जुड़े जनना, बाल चिकित्सालय, टीबी और सैटेलाइट समेत अन्य हॉस्पिटल में रेजिडेंट शुक्रवार को काम पर नहीं आए। एमबी हॉस्पिटल में भी हड़ताल का असर दिखा। यहां रोजाना करीब 4 से 5 हजार की ओपीडी रहती है।
मेडिसिन, सर्जरी, ENT और होम्योपैथिक समेत अन्य डिपार्टमेंट में जहां तीन से चार रेजिडेंट डॉक्टर्स की ड्यूटी रहती थी, वहां एक मेडिकल ऑफिसर के भरोसे सारी व्यवस्थाएं है। ऐसे में कुछ ऑपरेशन को भी टाला गया है। हालांकि हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से इसकी पूरी जानकारी शाम तक दी जाएगी। हालांकि कॉलेज प्रशासन ने 150 फैकल्टी की ड्यूटी लगाई है।
प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर बैठे धरने पर
इधर, रेजीडेंट्स का गुरुवार देर रात तक विरोध प्रदर्शन जारी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सच्चाई छिपाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने हॉस्पिटल मॉर्च्युरी में हंगामा शुरू कर दिया था। शुक्रवार सुबह भी धरना स्थल पर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। प्रिंसिपल को सजा दो, हॉस्टल वार्डन को सजा दो और इनका इस्तीफा लो…जैसी मांग रेजिडेंट डॉक्टर्स की ओर से की जा रही है।

फोटो जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल का है। यहां मेडिकल कॉलेज से जुड़े एसोसिएट प्रोफेसर ने आउटडोर में व्यवस्था संभाल रखी है।
जोधपुर में डॉ. राकेश के सुसाइड के बाद धरने पर उतरे रेजिडेंट डॉक्टर्स
जोधपुर में डॉ. राकेश बिश्नोई सुसाइड और उदयपुर के डॉक्टर रवि की मौत के मामले में अपनी मांगों को लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट ने इमरजेंसी सर्विसेज को छोड़कर बाकी सभी विभागों में कार्य का बहिष्कार किया है। मथुरादास माथुर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉक्टर गणपत चौधरी ने कहा कि रेजिडेंट की हड़ताल के बावजूद अस्पताल में व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही है।
डॉक्टर प्रतिभा चौहान ने बताया कि आउटडोर में 7 एसोसिएट प्रोफेसर को लगाया गया है। वहीं सीनियर रेजिडेंट्स को वार्ड में लगाया गया है। इमरजेंसी में अभी रेजिडेंट डॉक्टर्स संभाल रहे है तो ऐसी कोई परेशानी नहीं आई है। सीनियर डॉक्टर्स भी लगातार वार्ड का राउंड ले रहे हैं और उन्होंने व्यवस्थाओं को संभाल लिया है। किसी तरह की कोई खास परेशानी का सामना मरीजों को नहीं करना पड़ रहा। शास्त्री नगर थानाधिकारी जुल्फिकार अली ने बताया कि हड़ताल को देखते हुए अतिरिक्त जाब्ता अस्पताल में तैनात किया है। ताकि तरह की कोई असुविधा का सामना लोगों को नहीं करना पड़े और व्यवस्थाओं को संभालने में मदद की जा सके।