Recipe Special: साल में केवल दो महीने मिलती है यह सब्जी, स्वाद ऐसा कि भूल न पाएं, जड़ से खत्म कर देगी ये समस्या

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Mansoon Special Recipe: राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में मानसून के समय मिलने वाली चौलाई की सब्जी स्वास्थ्य और स्वाद दोनों में बेहतरीन मानी जाती है. इसे पारंपरिक राजस्थानी तरीके से घी, मसाले और लहसुन-अदरक के पेस्ट…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- चौलाई की सब्जी मानसून में राजस्थान में मिलती है.
- चौलाई आयरन, कैल्शियम, विटामिन K से भरपूर होती है.
- चौलाई की सब्जी एनीमिया और हड्डियों के लिए फायदेमंद है.
जयपुर. केवल मानसून के समय दो से तीन महीने मिलने वाली चौलाई साग राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर में बनाया जाता है. कई इलाकों में चौलाई की खेती भी होती है. इसकी सब्जी बेहद लाजवाब और टेस्टी होती है. राजस्थानी तरीके से बनने वाली ये सब्जी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है. बारिश के समय लाल और हरे पत्तेदार इस सब्जी को विटामिन्स और मिनरल्स का खजाना कहा जाता है. गेहूं की रोटी में इस सब्जी में चूरकर खाने से इसका स्वाद दोगुना हो जाता है.
चौलाई की सब्जी बनाने की राजस्थानी रेसिपी
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि चौलाई पौष्टिक पत्तेदार सब्जी है जो स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभदायक है. इस सब्जी में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो खून की कमी (एनीमिया) दूर करने में मदद करती है. इसके अलावा इसमें मौजूद कैल्शियम और विटामिन K हड्डियों को मजबूत बनाता है. चौलाई में प्रोटीन की मात्रा भी अधिक होती है, जो मांसपेशियों के विकास के लिए फायदेमंद है. इसके अलावा, यह फाइबर से भरपूर होती है, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाती है. डॉक्टर ने बताया कि चौलाई की सब्जी खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है.