भारतीय वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि, अब घंटों नहीं, मिनटों में चार्ज होगी मोबाइल-लैपटॉप की बैटरी

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New Technology: IIT गांधी और जापान एडवांस इंस्टिट्यूट ऑफ साइन्स & टेक्नोलॉजी ने मिलकर एक चमत्कार कर दिखाया है. IIT गांधीनगर ने रिसर्च करके एक नए एनोड मटेरियल को खोजा है, जो लिथियम आयन बैटरी को मिनटों में चार्ज …और पढ़ें

इलेक्ट्रॉनिक आइटम की बैटरी मिनटों में चार्ज हो जाएगी.
नई दिल्ली. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करते हुए इसकी चार्जिंग को लेकर हमेशा टेंशन रहती है. रास्ता चलते बैटरी कभी भी ड्रेन हो सकती है. कभी-कभी कहीं बाहर निकलते समय हम देखते हैं कि मोबाइल, लैपटॉप, स्मार्टवॉच या इलेक्ट्रिक कार की बैटरी डिस्चार्ज है, और उसे चार्ज करने में घंटों का वक्त लग सकता है. लेकिन बहुत जल्द आपकी ये चिंता खत्म हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि जल्द ये समय घंटों की बजाए मिनटों में बदलने वाला है, और ऐसा हम नहीं ये रिसर्चर कह रहे हैं.
ऐसे हुआ चमतकार
IIT गांधीनगर प्रोफेसर कबीर डिसूजा ने बताया कि अभी लिथियम आयन बैटरी का एनोड मैटेरियल ग्रेफाइड से बनता है. ग्रेफाइड की परत पर छेद नहीं होते हैं, इसके चलते इसकी चार्जिंग में वक्त लगता है. लिथियम बैटरी को चार्ज करने में जो मटेरियल इस्तेमाल होते हैं, उन्हें आम भाषा में एनोड बोला जाता है. लेकिन एनोड मैटेरियल डाईबोराइड से बनाया गया है, जो मिनटों में बैटरी को चार्ज करने में सक्षम है.
भारत में जल्द नए तकनीक आने की उम्मीद
प्रोफेसर कबीर ने कहा कि ‘हमने कुछ बैटरी बनाने वाली कंपनियों को बैटरी के निर्माण के लिए प्रपोजल भेजा है. भविष्य में भारत में ही ऐसी बैटरियां तैयार की जाएंगी जो मिनटों में चार्ज हो पाने में सक्षम होंगी. भारत में न सिर्फ इस स्वदेशी बैटरियों का इस्तेमाल होगा बल्कि दूसरे देशों में निर्माण भी किया जा सकेगा.
(सोर्स-CnbcTV18 hindi/केतन जोशी)
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