Published On: Wed, Jun 18th, 2025

NEET UG Topper Stayed away from home for 2 years


Last Updated:

सीकर के रलावता गांव की कुंदन सैन ने कठिन परिस्थितियों में पढ़ाई कर NEET (UG)-2025 परीक्षा पास की. माता-पिता के सहयोग से उन्होंने दिन-रात मेहनत कर डॉक्टर बनने का सपना पूरा किया.

हाइलाइट्स

  • कुंदन सैन ने NEET (UG)-2025 परीक्षा पास की.
  • रोजाना 10 घंटे की सेल्फ स्टडी करती थी.
  • गांव वालों ने कुंदन का जोरदार स्वागत किया.

सीकर:- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET (UG)-2025 का रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें सीकर के छोटे से गांव रलावता में रहने वाली कुंदन सैन ने कठिन परिस्थितियों में पढ़ाई करके डॉक्टर बनने का सपना पूरा किया है. कुंदन पिछले 2 साल से सीकर में रहकर NEET की तैयारी कर रहे थे. पहले प्रयास में सफलता नहीं मिलने के बाद कुंदन सैन निराश हो गई थी. लेकिन माता-पिता ने उनका साथ दिया और उन्हें दोबारा तैयारी करने की हिम्मत दी.

इसके बाद कुंदन ने दिन-रात मेहनत करके देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक NEET क्लियर करके अपने माता-पिता द्वारा देखे गए सपने को पूरा कर लिया. कुंदन के पिता श्यामलाल सैनी ई-मित्र की दुकान चलाते हैं और माता गृहिणी हैं. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और कोचिंग टीचर्स को दिया है.


रोज 10 घंटे करती थी सेल्फ स्टडी
कुंदन सैनी NEET की तैयारी के लिए निजी कोचिंग के एक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी. उन्होंने बताया कि रोजाना कोचिंग में 5 से 6 घंटे की पढ़ाई के बाद वह हॉस्टल में आकर 10 घंटे की सेल्फ स्टडी करती थी. बता दें कि आर्थिक स्थिति सामान्य होने के बावजूद उनके पिता ने कोचिंग की फीस भरकर कुंदन को नीट की तैयारी करवाई.

कुंदन के पिता ने बताया कि बचपन से ही उसका सपना था कि वह एक डॉक्टर बने. 12वीं बोर्ड में भी वह टॉपर रही हैं. इसके अलावा नीट की तैयारी के दौरान उसने मोबाइल फोन से दूरी बनाए रखी और किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट तक नहीं बनाया. किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत जरूरी है. नीट देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. इसमें अच्छी रैंक प्राप्त करने के लिए कम से कम 10 घंटे से अधिक पढ़ाई करना आवश्यक है.

जीण माता मंदिर के पुजारियों ने किया स्वागत
कुंदन सैन के द्वारा NEET (UG) परीक्षा पास करने पर गांव वालों ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां जीण भवानी के मंदिर के पुजारी ने भी कुंदन का माला व साफा पहनाकर स्वागत किया. मंदिर ट्रस्ट के कमल पुजारी, राम अवतार पुजारी, कैलाश पजारी और रमेश पुजारी ने बताया कि कुंदन NEET की परीक्षा पास करके पूरे गांव का नाम रोशन किया है. वह अक्सर परीक्षा की तैयारी के दौरान जीण माता मंदिर में आती रहती थी, माता ने आज कुंदन की मनोकामना पूरी कर दी है.

homecareer

2 साल घर से दूर, रोजाना 10 घंटे की पढ़ाई लाई रंग, इस होनहार ने नीट किया क्रैक

.



Source link

About the Author

-

Leave a comment

XHTML: You can use these html tags: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>