Last Monsoon, The Failure Of The Drainage System Caused Havoc, This Year Preparations Are Made In Advance – Amar Ujala Hindi News Live
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![Shimla: बीते मानसून में ड्रेनेज सिस्टम फेल होने से मची थी तबाही, इस साल पहले से तैयारी Last monsoon, the failure of the drainage system caused havoc, this year preparations are made in advance](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2024/06/20/monsoon-himachal_483d636ff11534ba1caed3bd032b2f45.jpeg?w=414&dpr=1.0)
ड्रेनेज सिस्टम शिमला।
– फोटो : संवाद
विस्तार
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बीते साल निकासी व्यवस्था फेल होने से बरसात में भारी तबाही मची थी। भारी बारिश के कारण शहर के नाले और नालियों से पानी का बहाव रिहायशी इलाकों की ओर मुड़ गया था। इसके चलते कृष्णानगर, खलीनी, विकासनगर, कनलोग, समरहिल में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ था। इस आपदा से सबक लेते हुए सरकार ने नगर निगम शिमला को बरसात की पहले ही तैयारी के निर्देश दिए थे।
बाकायदा पांच करोड़ रुपये का बजट भी जारी किया था। नगर निगम ने इस बार बरसात की पहले ही तैयारी कर ली है। जिन कारणों से शहर में नुकसान हुआ था, उनमें सबसे पहले सुधार किया गया है। शहर के सबसे बड़े कृष्णानगर नाले को पक्का कर लिया गया है। सर्कुलर रोड, खलीनी, टूटीकंडी मैहली बाइपास पर भी नालों का चैनेलाइजेशन का काम पूरा कर लिया है।
अब बरसात में नाले उफान पर आने के बावजूद सड़कें बंद नहीं कर पाएंगे। कृष्णानगर में भी नाले का बहाव अब रिहायशी बस्ती में नहीं जाएगा। शिमला शहर के सभी वार्डाें में नालियों को पक्का करने का काम भी लगभग पूरा कर लिया गया है। खास बात यह है कि कचरे के कारण नाले बंद न हों, इसके लिए पांच जून से शहर के हर वार्ड में नालों की सफाई का अभियान चल रहा है। शहर के 22 नाले ऐसे हैं जिन्हें ठेकेदार से साफ करवाया जा रहा है। इनके टेंडर हो चुके हैं। एक हफ्ते में सफाई पूरी होगी।
जिला की सड़कों के किनारे नालियां पक्की की जा रही हैं। इससे सड़क पर जलभराव नहीं होगा। भूस्खलन का खतरा भी कम होगा। बरसात से पहले सभी सड़कों की निकासी व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए गए हैं।-प्रवीण वर्मा, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग