जयपुर के विद्याधर नगर इलाके में रविवार शाम एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जब श्यामनगर थाना पुलिस एक वांछित आरोपी को हिरासत में लेकर लौट रही थी। इस दौरान आरोपी को छुड़ाने के प्रयास में बदमाशों ने पुलिसकर्मियों पर सरेआम हमला कर दिया। हमले में हेड कांस्टेबल की वर्दी फाड़ दी गई और पुलिस वाहन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हालांकि, हेड कांस्टेबल की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से आरोपी मौके से भाग नहीं पाया और पुलिस ने दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया।
घटना विद्याधर नगर इलाके में मीनार मस्जिद के पास करीब शाम 4 बजे घटी, जब श्यामनगर थाना पुलिस एक मामले में वांछित गौरव राय को किशनबाग इलाके से गिरफ्तार कर थाने लौट रही थी। पुलिस एक प्राइवेट वाहन से लौट रही थी, जिसे बीच रास्ते में बाइक सवार दो बदमाशों विजय कुमार राय और राहुल राय ने घेर लिया। दोनों ने कार के आगे बाइक अड़ा दी और वाहन को रुकने पर मजबूर कर दिया।
हमलावरों ने पहले पुलिसकर्मियों से बहस और धक्का-मुक्की की, इसके बाद उन्होंने कार के कांच, बोनट और दरवाजे को तोड़ना शुरू कर दिया। आरोपी विजय ने हेलमेट और लातों से वाहन में जमकर तोड़फोड़ की। इस बीच हेड कांस्टेबल शर अली पर हमला करते हुए उनकी वर्दी फाड़ दी गई और उन्हें शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। मौके पर मौजूद चालक ने हालात को समझते हुए अंदर से कार लॉक कर ली और मदद का इंतजार करने लगा।
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घटनाक्रम के दौरान सड़क पर भारी भीड़ जमा हो गई, जिसने पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की कि वह आरोपी को छोड़ दे। माहौल बेहद तनावपूर्ण होता जा रहा था, लेकिन पुलिस की ‘चेतक’ यूनिट समय पर मौके पर पहुंच गई और भीड़ को नियंत्रित किया। तत्परता दिखाते हुए चेतक पुलिस ने आरोपी गौरव राय को सुरक्षित रूप से कब्जे में लेकर थाने पहुंचाया।
घटना के बाद पुलिस ने हमलावरों विजय कुमार राय और राहुल राय को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों ने न सिर्फ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई, बल्कि पुलिसकर्मी पर हमला करने और आरोपी को जबरन छुड़ाने का प्रयास किया। दोनों के खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें पुलिसकर्मी पर हमला, सरकारी कार्य में बाधा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना शामिल है।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हमलावरों की बर्बरता और भीड़ का उग्र रवैया स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और पुलिस की सतर्कता की सराहना भी हो रही है। जयपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस इस पूरी घटना को गंभीर आपराधिक षड्यंत्र के रूप में देख रही है और यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या आरोपी गौरव राय को छुड़ाने की यह योजना पहले से बनाई गई थी? मामले की जांच गहराई से की जा रही है और आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।