Jodhpur Pension Protest: जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय पेंशनर्स का अनूठा मुंडन प्रदर्शन, जताया आक्रोश.

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Jodhpur Pension Protest: जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के पेंशनर्स ने लंबित पेंशन भुगतान के विरोध में सड़क पर बैठकर सिर मुंडवाया. प्रशासन की उपेक्षा के खिलाफ यह अनूठा प्रदर्शन जोधपुर में चर्चा का विषय बना.

Jodhpur Pension Protest
हाइलाइट्स
- पूर्व कार्मिकों ने पेंशन ना मिलने पर सिर मुंडवाकर प्रदर्शन किया.
- जेएनवीयू के मुख्य द्वार पर पेंशनर्स ने धरना दिया.
- पेंशनर्स ने प्रशासन की उपेक्षा के खिलाफ अनूठा प्रदर्शन किया.
Pension Protest In Jodhpur: आमतौर पर हिंदू संस्कृति में मुंडन तभी होता है जब घर और परिवार में किसी की मृत्यु हो जाती है. मगर जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर और शिक्षक, जो अपनी पेंशन को लेकर बहुत परेशान हैं, ने एक अनोखा तरीका अपनाया है जो इन दिनों जोधपुर में काफी चर्चा में है. इन पेंशनर्स ने कई कोशिशें कीं अधिकारियों को सचेत करने की, मगर जब बात नहीं बनी तो उन्होंने सड़क पर बैठकर सिर मुंडवाना शुरू कर दिया.
सड़क पर बैठकर सिर मुंडवाने का यह अनूठा प्रदर्शन जोधपुर में काफी चर्चा में रहा. इस तरह का प्रदर्शन पहले कभी नहीं देखा गया था. सिर मुंडवाकर ध्यान आकर्षित करना या अपनी मांगों को सामने रखना अपने आप में एक अलग प्रदर्शन था.
‘मरे हुए प्रशासन’ के विरोध में हम मुंडन करेंगे
रामदेव हर्ष ने बताया कि आज हमारे धरने का पंद्रहवां दिन है, लेकिन प्रशासन अब तक ध्यान नहीं दे रहा है. इस आंदोलन के तहत हमने तय किया कि इस ‘मरे हुए प्रशासन’ के विरोध में हम मुंडन करेंगे. सबसे पहले मेरा मुंडन किया गया, फिर महासंघ के अध्यक्ष किशन जी (खुजुर) का मुंडन होगा. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में वरिष्ठ नागरिकों द्वारा पेंशन को लेकर आंदोलन जारी है. लंबित पेंशन भुगतान को लेकर इस आंदोलन में बड़ी संख्या में पेंशनर, सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर, कर्मचारी और पारिवारिक पेंशनधारक महिलाएं शामिल हैं.
भूमि का मुआवजा देने की मांग की
मुख्य द्वार बंद कर पेंशनर्स ने रोष जताया जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में वरिष्ठ नागरिक पेंशनर्स का आंदोलन जारी है. उन्होंने विश्वविद्यालय का मुख्य गेट बंद कर इसके बाहर सिर मुंडवाकर रोष व्यक्त किया. धरना स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में जीवन समर्पित करने वाले वरिष्ठ पेंशनर्स को उपेक्षित नहीं छोड़ा जा सकता. सभी ने एक स्वर में पेंशन भुगतान का स्थायी समाधान और विश्वविद्यालय को आर्थिक संकट से उबारने की मांग की. पेंशनर्स सोसाइटी ने राज्य सरकार से विश्वविद्यालय की अनुदान राशि दोगुनी करने, बकाया राशि का शीघ्र भुगतान, एससी-एसटी और महिला छात्राओं की फीस का पुनर्भरण तथा अधिग्रहित भूमि का मुआवजा देने की मांग की है.
शांतिपूर्ण और गांधीवादी आंदोलन पेंशनर्स सोसाइटी के सचिव डॉ. लोकेंद्र सिंह शक्तावत ने बताया कि यह धरना पूरी तरह शांतिपूर्ण और गांधीवादी तरीके से वैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए किया जा रहा है.
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