जयपुर में 81 वर्षीय हरबीर कौर और उनकी बेटी पूनम सिंह इन दिनों न सिर्फ अपनों की बेवफाई झेल रही हैं, बल्कि पुलिस-प्रशासन की लापरवाही का दंश भी सह रही हैं। इनका आरोप है कि उनका बेटा मुनिंद्र सिंह जायदाद की लालच में न केवल उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है, बल्कि जान से मारने की धमकियां भी दे रहा है।
पीड़ित परिवार का कहना है कि मुनिंद्र सिंह ने फर्जी वसीयत के जरिए मां और बहन को घर से बेदखल करने की साजिश रची। जब मां-बेटी ने इसका विरोध किया, तो मुनिंद्र ने मारपीट और गंभीर धमकियों का सहारा लिया। दोनों महिलाएं कई बार थाने के चक्कर लगा चुकी हैं, लेकिन अब तक पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़िता पूनम सिंह ने बताया कि मेरी मां बुजुर्ग और बीमार हैं। हम दोनों लगातार पुलिस से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन हमें अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं। 29 मई को भी मुनिंद्र ने धमकी दी, जिससे डरकर हम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के पास न्याय की उम्मीद लेकर पहुंचे।
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पीड़ित पक्ष का यह भी कहना है कि पूरा मामला कोर्ट में विचाराधीन है, लेकिन तब तक सुरक्षा और न्याय की जरूरत है, जो फिलहाल नहीं मिल पा रही। यह मामला सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि उस समाज का आइना है, जहां बुजुर्गों और बेटियों की सुरक्षा आज भी सवालों के घेरे में है।