Published On: Mon, May 26th, 2025

Nautapa heat weakens at entrance rajasthan farmer hopes rise


चूरू:- अपने मौसम के लिए देशभर मे विख्यात चूरू की सर्दी और गर्मी दोनों ही खास है. सर्दियों में जहां पारा माइनस मे चला जाता है, तो वहीं गर्मियों में तापमान अर्द्धशतक लगा देता है. उसी चूरू में नौतपा के दूसरे दिन के हालात पिछले साल की तुलना में काफी राहत भरे रहें. खेती किसानी से जुड़े किसान जोगेंद्र लांबा लोकल 18 को बताते हैं कि नौतपा ना सिर्फ धर्म-कर्म, बल्कि खेती किसानी के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है.

नौतपा के दौरान इतना रहा तापमान
लांबा बताते हैं कि नौतपा मे गर्मी जितनी प्रचण्ड पड़ेगी, तो मानसून में अच्छी बारिश की भी उतनी ही ज्यादा होने की प्रबल संभावना बढ़ जाती है. शहर के ही रतनलाल कहते हैं कि नौतपा मे सूर्य की तपीश बढ़ जाती है. लेकिन चूरू में इस बार पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक दिन पहले मौसम मे बदलाव की बदौलत नौतपा का दूसरा दिन थोड़ा राहत भरा रहा.

जहां दोपहर ढाई बजे तापमान 37.8 डिग्री दर्ज किया गया. अगर मौसम केंद्र चूरू के साल 2024 के आंकड़ों पर गौर करें, तो 25 मई 2024 को अधिकतम तापमान 47.0 डिग्री दर्ज किया गया, तो 26 मई 2024 को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री दर्ज किया गया था.

फसल होती है अच्छी
खेती किसानी से जुड़े जोगेंद्र लांबा लोकल 18 को बताते हैं कि नौतपा में नौ दिन पड़ने वाली तेज धूप की बदौलत जमीन में जो कीड़े-मकौड़े होते हैं, वह नष्ट हो जाते हैं, जिससे अच्छी फ़सल होने की संभावना बढ़ जाती है. लांबा बताते हैं कि नौतपा की तपिश खेती के लिहाज से लाभदायक है.

सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में करते हैं प्रवेश 
बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो उसके बाद के 9 दिन पृथ्वी पर अत्यधिक गर्मी लेकर आते हैं. इस अवधि को नौतपा कहा जाता है. इस दौरान सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं, जिससे तापमान तेजी से बढ़ता है और गर्मी चरम पर पहुंच जाती है.

रोहिणी नक्षत्र के स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं. लेकिन जब तेजस्वी सूर्य इस नक्षत्र में गोचर करते हैं, तो चंद्रमा की शीतलता भी सूर्य की प्रचंडता के आगे फीकी पड़ जाती है. यही कारण है कि नौतपा के दिनों में गर्म हवाएं, लू और जलवायु की तीव्रता आम हो जाती है.

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नौतपा में दान का महत्व
ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु दाधीच Local 18 को बताते हैं कि नौतपा में जरूरतमंद लोगों और राहगीरों को पानी पिलाना भी बहुत पुण्य का कार्य है. नौतपा में पानी की प्याऊ, शरबत और दूध, दही के साथ फलों का दान करने का भी बहुत अधिक महत्व है.

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