पार्टी-परिवार से निकाले जाने के बाद तेजप्रताप का क्या होगा: विधायक रहेंगे या नहीं, टिकट नहीं मिलेगा, संपत्ति का क्या होगा, सभी सवालों के जवाब – Bihar News

पार्टी और परिवार से निकाले जाने के बाद लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव का भविष्य क्या होगा? उनके समर्थकों के मन में सवाल उठ रहे होंगे कि वे विधायक रहेंगे या नहीं? उन्हें अगले चुनाव में टिकट मिलेगा या नहीं? क्या लालू परिवार तेजप्रताप को संपत्ति
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एक्सपर्ट से बातचीत के बाद हमने जाना कि तेजप्रताप के खिलाफ उठाए गए लालू के इस कड़े कदम का क्या असर होगा…
सवालः क्या तेजप्रताप RJD के सिंबल पर विधानसभा चुनाव लड़ सकेंगे?
जवाबः नहीं, वे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित हैं। जब तक निष्कासन खत्म या रद्द नहीं होगा, तब तक वह RJD के सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ सकते। मतलब साफ है कि नवंबर में होने वाले चुनाव में RJD तेजप्रताप को विधानसभा का टिकट नहीं देगी।
हालांकि तेजप्रताप चाहे तो निर्दलीय या अपनी पार्टी बनाकर चुनाव लड़ सकते हैं। सीनियर जर्नलिस्ट प्रवीण बागी ने बताया- पार्टी से निकालने का सीधा मतलब है कि वह अब राजद से चुनाव नहीं लड़ेंगे। इससे उनकी राजनीतिक हैसियत शून्य हो जाएगी। निर्दलीय वह जीत नहीं सकते।
सवालः पार्टी से निकालने के बाद क्या खत्म होगी विधायकी?
जवाबः फिलहाल नहीं। अभी लालू यादव ने सिर्फ पार्टी से निकालने का ऐलान किया है। विधानसभा की सदस्यता से हटाने के लिए पार्टी को विधानसभा अध्यक्ष के पास आवेदन देना होगा। उन्हें लिखकर बताना होगा कि उनकी सदस्यता खत्म की जाए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष अपना फैसला लेंगे।
यानी फिलहाल तेजप्रताप की विधायकी बहाल ही रहेगी। वैसे भी बिहार विधानसभा का कार्यकाल नवंबर के आखिरी सप्ताह तक ही है। इसके बाद नई विधानसभा राज्य में होगी।

शनिवार देर रात से यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसको लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। भास्कर फोटो-वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
सवालः क्या तेजप्रताप माता-पिता की संपत्ति से हक भी गंवा देंगे
जवाबः फिलहाल नहीं। हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट सर्वदेव सिंह ने बताया- अगर लालू यादव को तेजप्रताप को अपनी संपत्ति से बेदखल करना है तो उन्हें अपनी वसीयत बनानी होगी। अपनी अर्जित संपत्ति का वारिस किसी को बनाना होगा। ऐसे इस तरह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐलान करने से कुछ नहीं होता है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा है कि बेटे को अपने पिता की संपत्ति पर तभी अधिकार मिल सकता है, जब वह कानूनन उस संपत्ति का वारिस हो। खासकर स्व-अर्जित संपत्ति के मामले में पिता की इच्छा सर्वोपरि होती है।
स्व-अर्जित संपत्ति उसे कहा जाता है जो पिता अपनी बदौलत कमाकर जुटाता है।
सवाल: लालू ने तेजप्रताप को पार्टी-परिवार से क्यों निकाला
जवाब: तेजप्रताप को निकालकर लालू ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है। सीनियर जर्नलिस्ट प्रवीण बागी ने कहा, तेजप्रताप आए दिन कुछ ऐसी हरकत करते थे, जिससे पार्टी को नुकसान पहुंचता था। RJD समर्थक निराश हो जाते थे। लालू यादव ने यह फैसला कर उसे डैमेज कंट्रोल किया है।
अभी यह तात्कालिक फैसला है। आगे कुछ भी हो सकता है। अगर तेजप्रताप माफी मांग लेते हैं और माता-पिता से जाकर गुहार लगाते हैं तो हो सकता है वापस आ जाएं। फिलहाल के लिए यह फैसला पार्टी के हित में है, लेकिन कुछ निष्कर्ष निकालने से पहले थोड़ा और वेट करना होगा।
सवाल: क्या लालू के फैसले को उनके परिवार का समर्थन है
जवाब: हां, तेजप्रताप के खिलाफ लालू फैमिली एकजुट है। सभी ने लालू के फैसले का समर्थन किया है। लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने कहा, ‘हमारी पार्टी के अध्यक्ष ने इस बारे में अपनी भावना स्पष्ट कर दी है। कोई अपनी निजी जिंदगी में क्या कर रहा है, ये किसी से पूछकर नहीं करता। मुझे भी इस बारे में मीडिया के जरिए ही जानकारी मिली है।’
लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने X पर लिखा, ‘जो परिवेश, परंपरा, परिवार और परवरिश की मर्यादा का ख्याल रखते हैं, उन पर कभी सवाल नहीं उठते हैं, जो अपना विवेक त्याग कर मर्यादित आचरण व परिवार की प्रतिष्ठा की सीमा को बारम्बार लांघने की गलती- धृष्टता करते हैं, वो खुद को आलोचना का पात्र खुद ही बनाते हैं।’

साढ़े 3 करोड़ के मालिक हैं तेजप्रताप यादव
जनवरी 2024 में बिहार सरकार को दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक, तेजप्रताप यादव की कुल संपत्ति लगभग 3.58 करोड़ रुपए है। उनके पास कई चल-अचल संपत्तियां हैं।
गाड़ियों में BMW सेडान, स्कोडा स्लाविया (22 लाख) और एक Honda CBR 1000RR सुपरबाइक (15.45 लाख) शामिल हैं। उनके पास गोपालगंज जिले के फुलवरिया और पटना में कृषि और आवासीय जमीन भी है।
इसके अलावा, तेजप्रताप पर 18.54 लाख रुपए का कर्ज है।
लालू से ज्यादा राबड़ी के पास संपत्ति
RJD सुप्रीमो लालू यादव ने 2009 में आखिरी बार चुनाव लड़ा था। उस समय चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुताबिक, उनकी संपत्ति तीन करोड़ 21 लाख रुपए थी।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने 2014 में सारण से लोकसभा चुनाव लड़ा था। चुनाव आयोग में दाखिल हलफनामे के मुताबिक, उस समय उनके पास 6.5 करोड़ करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्ति थी। इसके अलावा उनके पास 19 लाख के कई मवेशी भी हैं। राबड़ी देवी के पास 45 गाय, 20 बछड़े और 50 कारतूस वाली एक डबल बैरल बंदूक भी है।
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आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाल दिया है। लालू ने इसकी जानकारी फेसबुक पर पोस्ट करके दी। तेजप्रताप यादव के एक महिला के साथ फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसमें वह एक लड़की के साथ दिख रहे हैं। यूजर्स तेजप्रताप की दूसरी शादी का दावा कर रहे हैं। पूरी खबर पढ़िए