hero of Operation Sindoor get married on 28 May unique wedding card

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सीकर के जवान अमित सिंह की शादी 28 मई को होगी. शादी के कार्ड पर “ऑपरेशन सिंदूर” और “प्राउड ऑफ इंडियन आर्मी” छपवाया गया है. तीनों भाई ऑपरेशन सिंदूर में शामिल थे.

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अनोखे कार्ड को लेकर चर्चा में जवान की शादी
हाइलाइट्स
- अमित सिंह की शादी 28 मई को होगी.
- शादी के कार्ड पर “ऑपरेशन सिंदूर” छपा है.
- तीनों भाई ऑपरेशन सिंदूर में शामिल थे.
सीकर:- 28 मई को ऑपरेशन सिंदूर में शामिल हुए सीकर के जांबाज फौजी अमित सिंह की शादी होने वाली है. जवान ने सेना को समर्पित करते हुए अपनी शादी के कार्ड पर “ऑपरेशन सिंदूर” और “प्राउड ऑफ इंडियन आर्मी” छपवाया है. जवान अमित सिंह की शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. दरअसल सीकर के धोद क्षेत्र के खाखोली गांव के किसान जगदीश सिंह शेखावत के एक फौजी बेटे अमित सिंह की शादी 28 मई को कुचामन सिटी के रसीदपुरा निवासी दशरथ सिंह की पुत्री पूजा कंवर के साथ होगी.
तीनों भाई ऑपरेशन सिंदूर में थे शामिल
किसान जगदीश सिंह शेखावत के चार बेटे हैं, जिनमें से तीन बेटे धर्मेंद्र सिंह, अमित सिंह और अभय प्रताप सिंह भारतीय सेना में जवान हैं. इसके अलावा सबसे बड़ा चौथा बेटा भंवर सिंह शेखावत मोटिवेशनल स्पीकर है. इसके अलावा इनकी बहन संगीता शेखावत भी राजस्थान पुलिस में है. फौज में शामिल तीनों भाई एक साथ ऑपरेशन सिंदूर में शामिल थे.
एक भाई को अभी तक नहीं मिली है छुट्टी
आपको बता दें कि जवान अमित सिंह की शादी में भी उनके बड़े भाई छुट्टी नहीं मिली है. इसलिए वे अभी तक घर पर नहीं आए हैं. जवान अमित सिंह ने बताया कि अगर बड़े भाई को छुट्टी मिलती है, तो वे शादी में शामिल होंगे, नहीं तो उनके बगैर ही शादी होगी. बड़े भाई के शादी में शामिल नहीं होने से परिवार में थोड़ी कमी जरूर खल रही है.
आपको बता दें कि इससे पहले बहन संगीता की शादी में भी तीनों भाइयों में से दो भाई शामिल नहीं हो पाए थे. दूल्हा अमित सिंह भी मात्र 15 दिन की छुट्टी लेकर घर आया है. शादी के कुछ दिन बाद अमित को नई नवेली को छोड़कर ड्यूटी पर वापस लौटना होगा.
ऑपरेशन सिंदूर के समय ये थे घर के हालात
अमित सिंह की बहन संगीता शेखावत से ऑपरेशन सिंदूर के समय घर के हालत के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया कि घर में डर का कोई माहौल नहीं था. माता-पिता और मुझे तीनों भाइयों पर गर्व था कि वे देश की रक्षा के लिए ऑपरेशन सिंदूर का हिस्सा हैं. जब हमने जवान अमित सिंह से बात की, तो उन्होंने बताया कि भारत-पाक युद्ध के दौरान घर पर ऑपरेशन सिंदूर और युद्ध से संबंधित कोई बात नहीं की जाती थी. कुछ समय के लिए घर पर हाल-चाल पूछने के लिए हमें घर पर बात करने की इजाजत दी जाती थी.