सिरसा में कोविड अलर्ट, 6 बेड का आइसोलेट वार्ड बना: वेंटिलेटर, मेडिकल उपकरणों का लिया ट्रायल, अभी नहीं मिला कोई केस – Sirsa News

सिरसा के सिविल अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए बनया गया आइसोलेशन वार्ड।
प्रदेश में कोविड के लगातार केस मिलने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ने लगी है। एक बार फिर से स्वास्थ्य कर्मवीरों एवं मेडिकल उपकरणों की मांग बढ़ने सकती है। इसके चलते सिरसा में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोनो को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। सिविल अस्प
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ऐसे में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलिंडर, कंप्रेशर और अन्य मेडिकल उपकरण को सही से जांच कर दोबारा ट्रायल लिया गया है। दवा आदि प्रबंधन रहेगा। साथ ही मेडिकल किट एवं एप्रेन और ग्लब्स व मास्क का स्टोर कर व्यवस्था कर दी गई है।
कारण है कि एक बार फिर से कोराना के केस आने लगे हैं। इस समय प्रदेश में अलग-अलग जगह से करीब कोविड के छह केस मिल चुके हैं। राहत की बात है कि सिरसा में अभी तक कोई
कोविड केस नहीं मिला है। फिर भी विभाग ने एहतियात के तौर पर पुख्ता प्रबंध कर लिए है, ताकि जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी में इस्तेमाल किया जा सकें।

सिरसा के सिविल अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में मरीजों के लिए लगाए बेड और पास में रखे मेडिकल उपकरण।
वार्ड को करवाया सेनिटाइज, लगाई ड्यूटी
अगर कोई कोविड का संदिग्ध मरीज मिलता है तो आइसोलेट किया जाएगा। उसकी सैंपलिंग व जांच कराई जाएगी। अस्पताल में डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ एवं पैरामेडिकल स्टाफ की भी ट्रेनिंग में
जानकारी दी जाएगी। विभाग ने आइसोलेशन वार्ड के लिए नोडल व नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी लगा दी है। वार्ड को भी सेनिटाइज कर दिया है।

सिविल अस्पताल में मरीजों के लिए वेंटिलेटर, मेडिकल उपकरण एवं दवाएं रखीं।
सेंटर बनाने की गाइडलाइन नहीं आई सीएमओ डा. महेंद्र भादू ने बताया कि अभी मरीजों के लिए कोविड सैंपल लेने की अलग से स्पेशल सेंटर बनाने की कोई गाइडलाइन नहीं आई है। इसके बाद ही सेंटर बनाया जाएगा। हमारी ओर
से तैयारियां पूरी कर ली है। 6 बेड का अलग से वार्ड बना दिया है। कोई भी संदिग्ध मरीज आएगा तो उसे आइसोलेट किया जाएगा।

सिविल अस्पताल में एप्रेन और दवाओं का अतिरिक्त प्रबंध किया।
पैनिक फैलाने की जरूरत नहीं
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि आमजन को घबराने की जरूरत नहीं है और न पैनिक फैलाने की जरूरत है। यह कोविड भी सामान्य खांसी, जुकाम एवं बुखार की तरह वायरल है। सप्ताहभर में इसका असर खत्म हो जाता है और खुद को आइसोलेट रखना जरूरी है। अगर किसी में इस तरह के लक्षण है तो डॉक्टरों से जांच अवश्य करवाए।