वैशाली में कुछ अपराधियों ने एक युवक का अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने परिजनों ने से एक लाख रुपये की मांग की थी। मामला दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आई और जांच पड़ताल करते हुए अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया। जब पुलिस ने उस युवक से पूछताछ की तब सारा मामला खुल गया। पुलिस की सख्ती के सामने युवक ने साड़ी कहानी बयां कर दी। उसने बताया कि यह अपहरण नहीं था बल्कि घर वालों से रुपया ऐंठने के तरीका था। फिर युवक ने वह वजह भी बताई जिसके कारण उसने यह नाटक रचा था। मामला हाजीपुर के नगर थाना क्षेत्र के हेला बाजार का है।
घर से निकलते ही आ गया फोन
मामले से पर्दा उठाते हुए सदर एसडीपीओ वन ओमप्रकाश ने बताया कि घर से निकलने के बाद घर के नंबर पर फोन कर एक लाख रुपए की मांग की गई। उन्होंने बताया कि बीते 22 मई को नगर थाना अन्तर्गत हेला बाजार, महारानी चौक निवासी गीता देवी ने आवेदन देते हुए कहा कि उनके पुत्र मनीष कुमार की अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया है। आवेदन देते ही नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई और त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया गया। टीम ने भी काफी मेहनत किया और परिणाम के रूप में अपहृत मनीष को सकुशल बरामद कर लिया।
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ऐसे तैयार हुई अपहरण की कहानी
घटना के संबंध में नगर थाना के थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि हेला बाजार निवासी सुरेश राय की पत्नी गीता देवी ने नगर थाना में अपने पुत्र मनीष कुमार के गायब होने की प्राथमिकी दर्ज कराई। दर्ज प्राथमिकी में यह बताया गया कि बीते 20 मई को मनीष कुमार मां को बोलकर घर से निकला कि काम करने के लिए पटना जा रहा हूं। शाम होने पर भी जब वह घर नहीं लौटा तो परिवार के लोग उसकी खोजबीन करने लगे, लेकिन कहीं कुछ भी पाता नहीं चल पाया। कुछ घंटों के बाद मनीष के मोबाइल नंबर से फोन आया जिसमें यह कहा गया कि गांधी चौक से तीन से चार आदमी मिलकर उसका अपहरण कर लिया। फोन करने वाले ने एक लाख रुपए की मांग करते हुए फोन काट दिया।
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पुलिस ने कर दिया पर्दाफाश
पुलिस को जांच के दौरान इस बात का शक हो गया था, इसलिए मनीष से पुलिस अलग-अलग तरह से पूछताछ करने लगी। पुलिस की सख्ती और अलग-अलग तरह के सवालों को मनीष बहुत देर तक झेल नहीं पाया, जिस वजह से उसने अपने झूठ के हथियार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। अब मनीष ने अपनी कहानी सुनानी शुरू कर दी, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। मनीष ने पुलिस के सामने यह बयान दिया कि अपनी बहन व भाई की शादी कर वह गहरे कर्ज में डूब गया। उसने इस बात की चर्चा कई बार अपने माता-पिता को बताई लेकिन मामला बन नहीं पाया। तब उसने दिमाग लगाया और जमीन बेचने के लिए उसने जान बूझकर फर्जी अपहरण की स्क्रिप्ट तैयार कर ली। मनीष ने यह सोचा कि अगर उसकी कहानी सही तरह से तैयार हो गई तब सारा कर्ज आसानी से उतर जायेगा। पुलिस अब अलग से एक मामला दर्ज करेगी।