राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ इलाके में, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास है, पुलिस और बीएसएफ की सतर्कता से एक बार फिर नशा तस्करों की बड़ी साजिश नाकाम हो गई। अनूपगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस को 1 किलो 668 ग्राम हेरोइन और एक ड्रोन खेतों में लावारिस हालत में मिला। पुलिस का मानना है कि ये सामान तस्करों ने छिपाकर रखा था। पुलिस के अनुसार, इस हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 8 करोड़ रुपये है।
जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि यह कार्रवाई “ऑपरेशन सीमा-संकल्प” के तहत की गई है। इसका मकसद जिले को नशा मुक्त बनाना है और इसमें प्रशासन और पुलिस मिलकर काम कर रहे हैं। बीएसएफ अधिकारी भरत कुमार राठी से गुप्त जानकारी मिलने पर अनूपगढ़ थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। गहराई से तलाशी लेने पर खेतों में एक ड्रोन और 1.668 किलो हेरोइन मिली। पुलिस को शक है कि यह हेरोइन पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजी गई थी, जिसे भारतीय तस्करों तक पहुंचाया जाना था।
बॉर्डर पर सख्ती से फंसे तस्कर, हेरोइन और ड्रोन छोड़कर भागे
पुलिस के अनुसार, बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी गई है और नई तकनीकें इस्तेमाल की जा रही हैं। इसकी वजह से तस्करों को बड़ी परेशानी हो रही है। इसी कारण उन्होंने हेरोइन और ड्रोन खेतों में छोड़ दिए और भाग निकले।
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एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज, जांच जारी
अनूपगढ़ थाने में अज्ञात तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब ड्रोन की तकनीकी जांच कर रही है ताकि तस्करों की पहचान की जा सके। इस कार्रवाई में अनूपगढ़ थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद, और कांस्टेबल कृष्ण कुमार, राजेश कुमार और महेंद्र कुमार शामिल थे।