भिवानी में शिक्षा विभाग की स्कूलों में छापेमारी: DEO ने 7 विद्यालयों का रिकार्ड जांचा, गैर मान्यता प्राप्त के खिलाफ की कार्रवाई – Bhiwani News

छापेमारी के दौरान दस्तावेजों की जांच करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज
भिवानी के जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज ने प्राइवेट स्कूलों पर छापेमारी की। इस दौरान स्कूलों के रिकार्ड व फिजिकल व्यवस्था जांची। इस दौरान जिन स्कूलों के पास मान्यता नहीं मिली, उनको बंद करने के आदेश दिए। साथ ही जिन स्कूलों में कुछ कमियां मिली, उ
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जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज ने शुक्रवार को जिले के 7 प्राइवेट स्कूलों व एकेडमियों में छापे मारे। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले स्कूलों की मान्यता संबंधित दस्तावेज जांचे। साथ ही स्कूल में बच्चों के लिए मौजूद सुविधाओं की भी जांच की। ताकि यह स्कूलों में आने वाले बच्चों को सभी सुविधाएं मिल सके।

स्कूलों में छापेमारी करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज
साथ ही यह भी जांच की कि जिन प्राइवेट स्कूलों को जिस कक्षा तक मान्यता है, उसी तक पढ़ाई करवाई जा रही है या फिर अधिक कक्षाओं तक। ऐसे स्कूलों पर भी कार्रवाई की गई है। छापेमारी के दौरान एक स्कूल में मान्यता नहीं मिली, जिसने कल से ही स्कूल बंद करने का आश्वासन दिया। इधर, दूसरे स्कूल में मान्यता लेने के लिए कागज तैयार करवा रखे हैं। उसको यह निर्देश दिए कि वे पहले मान्यता ले और फिर बच्चों को पढ़ाएं। इसके बाद जिस एकेडमी में छापेमारी की गई, उसको भी निर्देश दिए कि वे स्कूल टाइम में बच्चों को ना पढ़ाएं। वहीं एकेडमी के बाहर लगे बोर्डों में भी कक्षाओं की पढ़ाई के दावे किए गए थे। उनको भी निर्देश दिए कि वे बोर्डों को हटाएं।

छापेमारी के दौरान दस्तावेजों की जांच करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज
जारी रहेगी छापेमारी जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि आगे भी छापेमारी जारी रहेगी। ताकि जिले में गैर मान्यता प्राप्त स्कूल पर कार्रवाई की जाए। विभाग द्वारा पहले भी छापेमारी की गई। उन्होंने सभी स्कूल संचालकों को निर्देश दिए कि वे अपने स्तर पर सभी नियमों का पालन करें। साथ ही विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कदम उठाए।
साथ ही स्कूलों के समय में बदलाव करने पर बोले कि गर्मी को देखते हुए सभी स्कूल संचालक नियमों अनुसार समय से विद्यार्थियों की छुट्टी रखें। वहीं गर्मी की छुटि्टयों में सभी स्कूल बंद रहें। क्योंकि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ छुटि्टयों की भी आवश्यकता होती है।