तपेगा आसमान, झुलसेगी धरती… इस दिन से शुरू हो रहा ‘नौतपा’, ज्योतिषाचार्य ने कही बड़ी बात!

पाली. आगामी 25 मई से 2 जून तक भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है. इसी के साथ नौतपा की स्थिति बनने के संकेत मिल रहे हैं. इसको देखते हुए पाली जिला प्रशासन ने आवश्यक तैयारियां पहले ही कर ली हैं. वहीं ज्योतिष और भौगोलिक दृष्टिकोण से देखें तो नौतपा की गर्मी आने वाले समय में अच्छी बारिश का संकेत देती है.
ज्योतिषाचार्य पंडित एस.के. जोशी के अनुसार नौतपा भारतीय ज्योतिष और मौसम विज्ञान से जुड़ी एक विशेष अवधि है. 25 मई रविवार को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, जिससे तापमान में और अधिक वृद्धि होगी. नौतपा वर्ष के सबसे गर्म नौ दिन माने जाते हैं. इस दौरान सूर्य की किरणें धरती पर तीव्र रूप से पड़ती हैं, जिससे धूप और अधिक तीखी हो जाती है.
इस दिन से शुरू होता है नौतपा
जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है, तो उस दिन से लेकर अगले नौ दिन तक की अवधि को नौतपा कहा जाता है. यदि इस समय में ठंडी हवा नहीं चले और बारिश भी न हो, तो यह आने वाले समय में अच्छी बारिश का संकेत माना जाता है. ज्येष्ठ मास में जब चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र पर आता है, उसी दिन से नौतपा की शुरुआत होती है.
प्रशासन ने किए जरूरी इंतजाम
पाली जिला कलेक्टर एल.एन. मंत्री के निर्देशन में जिला प्रशासन ने एक माह पूर्व ही हीटवेव से निपटने की तैयारियां पूरी कर ली थीं. गर्मी और लू से होने वाली बीमारियों को देखते हुए पाली मेडिकल कॉलेज के तहत आने वाले सभी सरकारी अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए गए हैं. वहीं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की नियमित समीक्षा की जा रही है.
प्रशासन की ओर से नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे लू से बचने के लिए सावधानी बरतें. गर्मी में पानी, छाछ, दही और नारियल पानी का सेवन करें, जिससे शरीर में ठंडक बनी रहे.
गर्मी जितनी तेज, बारिश उतनी अच्छी
नौतपा एक भौगोलिक घटना है, जिसे ज्योतिष शास्त्र से भी जोड़ा गया है. ज्येष्ठ मास में जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है, तो यह समय नौतपा कहलाता है. इसका अर्थ है नौ दिन का विशेष ताप.
इस दौरान तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. आम लोगों को चाहिए कि वे इस दौरान लू से बचने के उपाय करें. मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में हीटवेव चल रही है.
नौतपा को लेकर दो मुख्य बातें कही जाती हैं. अगर इस दौरान गर्मी का प्रभाव अधिक होगा, तो सावन और भादो के दौरान अच्छी बारिश होगी. वहीं यदि ताप कम पड़ा तो बारिश का असर भी कम हो सकता है. शास्त्रों और मौसम विज्ञान दोनों के अनुसार, नौतपा में तेज गर्मी आने वाले दिनों में सुखद और भरपूर वर्षा का संकेत होती है.