पूर्णिया में अभाविप कार्यकर्ताओं ने निकाली शोभा यात्रा: ABVP का 66वां प्रांतीय अधिवेशन, 2 हजार से अधिक डेलिगेट्स हुए शामिल – amour News

पूर्णिया में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 66वें प्रांतीय अधिवेशन के दूसरे दिन शोभा यात्रा और खुला अधिवेशन के समय कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें बिहार के 36 जिलों के 2 हजार से अधिक डेलिगेट्स शामिल हुए।
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शोभा यात्रा की शुरुआत अधिवेशन स्थल कला भवन से हुई। जो आखिर में आकर खुला अधिवेशन स्थल आरएन साह चौक के समीप आकर संपन्न हुई। जिसके बाद शोभा यात्रा में शामिल हजारों डेलिगेट्स खुला अधिवेशन में शामिल हुए।
बांग्लादेशी घुसपैठ, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, महिला सशक्तिकरण, नशामुक्ति और शराबबंदी, छात्रसंघ चुनाव, विश्वविद्यालय नियुक्ति, आधारभूत संरचना जैसे मुद्दों पर छात्र नेताओं ने अपनी बातें रखी।

अधिवेशन में शामिल मुख्य अतिथि।
विभिन्न चौक से निकली शोभा यात्रा
इससे पहले शोभा यात्रा कला भवन से निकाली गई, जो थाना चौक, गिरिजा चौक, जिला स्कूल रोड, भट्ठा बाजार होते हुए आर एन शाह चौक पहुंची। इसमें बिहार के 36 जिलों के 2 हजार से अधिक ABVP कार्यकर्ता और शिक्षक शामिल हुए।
हाथों में ABVP के झंडे, प्रांतीय अधिवेशन के बैनर लिए डेलिगेट्स जोश से लवरेज दिखे। आर एन साह चौक के पास खुला अधिवेशन शुरू हुआ। संगठन की प्रार्थना गीत से इसका आरंभ हुआ। जहां ABVP के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने देशहित और छात्रहित के मुद्दों पर अपनी बातें रखी।
मेनिफेस्टो पर मंथन किया
इस मौके पर के ABVP के अधिकारियों ने देश के निर्माण में अपनी भूमिका पर चर्चा की। अधिवेशन में विश्वविद्यालयों में फैले शैक्षणिक अराजकता, अधिवेशन में बांग्लादेशी घुसपैठ, छात्र हित से जुड़े सामाजिक-राष्ट्रहित के कार्यों पर चर्चा की। साथ ही एक मेनिफेस्टो पर भी मंथन हुआ।
आयोजन को भव्य रूप दिया गया है, जिसमें राष्ट्रवादी विचार धारा के कई बड़े और नामचीन चेहरे शामिल होने पहुंचे हैं। शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक भाजपा नेता सह ग्रीन पूर्णिया के संस्थापक डॉ. अनिल गुप्ता की अगुआई में परिसर को भगवा झंडे पोस्टर बैनर से सजाया गया है।

ABVP ने विशाल शोभायात्रा निकाली।
बांग्लादेशी घुसपैठ पर लगाम लगे
केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य निधि बहुगुणा ने मुख्य भाषण में अपनी बातें रखते हुए कहा कि आज बाबा साहब के नाम पर जो राजनीति कर रहे हैं उनके असली चरित्र को उजागर करने की ओर अभाविप सामाजिक समरसता जैसे अभियान चला रहा है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता को इतिहास का अध्ययन करना पड़ेगा ताकि वह भारत के गौरवशाली इतिहास को समाज में सकारात्मक विमर्श के रूप में स्थापित कर सके और वामपंथी विमर्श को मुंहतोड़ जवाब देकर समाज को तोड़ने वाले से संरक्षित रख सके।
भाषण में आदिल परवेज ने भी बांग्लादेशी घुसपैठ पर भाषण देते हुए कहा कि आज बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण भारत की आंतरिक सुरक्षा में बड़ी मुसीबत का सामना कर पर रहा हैं, अगर अभी हम इसको लेकर सचेत नहीं हुए तो आगामी समय में इसका दुष्परिणाम देखने को मिल सकता है हम भारत सरकार से आग्रह करते हैं कि अवैध बांग्लादेशी घुसपैठ पर लगाम लगाए।

खुला अधिवेशन में शामिल अतिथि।
जबरन धर्म परिवर्तित करवाने पर विवश किया जा रहा
बांग्लादेश में हो रहे हैं हिंदू पर अत्याचार विषय पर भावेश झा ने कहा कि आज बांग्लादेश का विषय हम सबके सामने है। हम न्यूज के माध्यम से देख रहे होंगे कि कैसे हिंदुओं के प्रति बर्बरतापूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। बहनों के साथ बलात्कार करके उनको मौत के घाट उतार दिया जा रहा है, उनके घर को आग के हवाले कर दे रहे हैं, उनको जबरन धर्म परिवर्तित करवाने पर विवश किया जा रहा है, यह सब कहीं से सही नहीं हैं।
महाविद्यालय में आधारभूत संरचना का अभाव है
विश्वविद्यालय नियुक्ति और आधारभूत रचना पर रवि पांडे ने कहा कि लम्बे समय से प्रोफेसर, लाइब्रेरियन, कर्मचारी की नियुक्ति नहीं होने के कारण आज विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में काम काज में काफी कठिनाई का सामना करना पर रहा है, अधिकतम विश्वविद्यालय, महाविद्यालय में आधारभूत संरचना का काफी अभाव है, ना ही उनके बैठने की व्यवस्था है और ना ही लाइब्रेरी की व्यवस्था हैं।