राजस्थान: जालौर किले के चमत्कारी पत्थरों से जुड़ी मान्यता, ‘मलिक शाह की जूती’ और ‘खान के बूट’ जानिए क्या है

सोनाली भाटी/ जालौर: जालौर किला, राजस्थान की समृद्ध ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है. यह अरावली की पहाड़ियों पर स्थित है और इसका इतिहास कई सौ साल पुराना है. यह किला न केवल अपनी भव्यता और निर्माण कला के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां स्थित दो विशेष पत्थरों, “मलिक शाह की जूती” और “खान के बूट,” के कारण भी विशेष रूप से जाना जाता है. इन पत्थरों के बारे में मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति इनमें से किसी एक पर पत्थर टिकाने में सफल हो जाता है, तो उसकी मन्नत पूरी होती है. इन्हीं मान्यताओं और चमत्कारिक रहस्यों के कारण ये पत्थर पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.
“मलिक शाह की जूती” और “खान के बूट” के पीछे का इतिहास
मलिक शाह की जूती और खान के बूट नामक पत्थर उस समय की याद दिलाते हैं जब यह किला विभिन्न राजाओं और साम्राज्यों के अधीन था. इतिहासकारों के अनुसार, ये पत्थर उस काल के एक शासक और सेनापति के प्रतीक माने जाते हैं. हालांकि समय के साथ इनकी वास्तविकता धुंधली पड़ गई है, फिर भी लोगों ने इनके साथ एक परंपरा जोड़ ली है. कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति अपनी मुराद मन में रखकर इन पत्थरों पर निशाना साधे और पत्थर सफलतापूर्वक टिक जाए, तो उसकी इच्छा पूरी होती है.
सैकड़ों लोगों का आस्था और रोमांच के लिए जुटना
इतिहासकार नूर मोहम्मद ने बताया कि प्रतिदिन जालौर किले में सैकड़ों लोग इस परंपरा का पालन करने आते हैं. स्थानीय निवासी हों या पर्यटक, सभी अपनी मन्नतें लेकर यहां अपनी किस्मत आजमाने पहुंचते हैं. इन पत्थरों पर निशाना साधना आस्था के साथ-साथ एक मनोरंजक गतिविधि भी है. विशेष रूप से युवा और बच्चे इसमें उत्साह के साथ भाग लेते हैं और यह एक रोमांचक अनुभव का अवसर बन जाता है.
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का हिस्सा
इन पत्थरों से जुड़ी मान्यताएं न केवल मन्नतों की पूर्ति तक सीमित हैं, बल्कि यह जालौर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा भी हैं. इस परंपरा में न केवल श्रद्धा है, बल्कि यह किले की ऐतिहासिक धरोहर को संजोए रखने का एक तरीका भी है. जालौर किले के प्राचीन वास्तुकला, मंदिरों और इन चमत्कारी पत्थरों को देखने हर साल हजारों पर्यटक यहाँ आते हैं, जो इस विरासत के महत्व को और बढ़ाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 19:21 IST