42 अवैध निर्माण को निगम प्रशासन ने किया ध्वस्त
मधुबनी में नगर निगम प्रशासन ने सोमवार को अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की। निधि चौक से शुरू हुए इस अभियान में 25 से अधिक कच्चे घरों को ध्वस्त किया गया। प्रशासन ने सड़क और नाले पर बने निर्माण को…
मधुबनी, निज संवाददाता। नगर निगम प्रशासन की ओर से सोमवार अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। निधि चौक से शुरू इस अभियान के दौरान निगम प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए दो दर्जन से अधिक कच्चे घर को ध्वस्त कर दिया। कदम चौक, मच्छहट्टा चौक होते हुए राघोनगर चौक तक निगम प्रशासन ने डेढ़ दर्जन से अधिक ऐसे निर्माण को ध्वस्त किया जिसे सड़क व नाला पर बना दिया गया था। निगम प्रशासन की सख्त कार्रवाई देख अतिक्रमण करने वालों में अपना सामान बचाने और गुमटी हटाने की होड़ लग गयी। कई अतिक्रमणकारी तो अपने घर को खुद हटाने लगे। उनके द्वारा 24 घंटे में सभी अतिक्रमण को हटाने की बात कहे जाने और तेजी से अतिक्रमण खाली करते देख एक दर्जन लोगों का तत्काल मोहलत दी गयी। पक्का निर्माण करने वालों का नाम व पता लिखकर उसे नोटिस देने का निर्णय लिया गया। एक दर्जन ऐसे लोगों को नोटिस देने की कार्रवाई शुरू कर दिया गया है।
तालाब पर भी बना लिया था घर
इस रूट में कदम तालाब के पास कई लोगों ने सड़क की भूमि को अतिक्रमित कर घर बना लिया है। धावा दल के नोडल पदाधिकारी सह सिटी मैनेजर राजमणि कुमार ने सभी को तत्काल हटाने का आदेश दिया और इसके बाद सभी को खाली कराया गया। टाउन प्लानर मो. अदनान व स्वच्छता पदाधिकारी अमिताभ गुंजन की देखरेख में यह कार्रवाई दोपहर के समय शुरू हुई। मौके पर नगर थाना से महिला पुलिस बल सहित आठ पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था। निधि चौक, हवाई अड्डा के पास सहित हर स्थानों पर कड़ी कार्रवाई की गयी है। लगभग तीन घंटों तक चली इस कार्रवाई के दौरान 12 हजार जुर्माना भी वसूल किया गया है।
चेतावनी के बाद भी नहीं हटाया था अतिक्रमण
सभी अतिक्रमणकारियों को निगम कार्यालय की ओर से सड़क व नाला की जमीन पर बने सभी प्रकार के स्थायी व अस्थायी संरचनाओं को खाली करने का नोटिस पूर्व में ही दिया जा चुका था। लोगों ने बताया कि उन्हें इस संबंध में किसी भी प्रकर की कोई सूचना नहीं दी गई। नगर प्रबंधक राजमणि कुमार ने बताया कि अब किसी भी सूरत में सड़क व नाले की जमीन का अतिक्रमण करने वाले नहीं बख्से जाएंगे। साथ ही अतिक्रमण के दौरान होने वाले व्यय की वसूली भी अतिक्रमणकारियों से ही की जाएगी।
अमीन के नहीं रहने से हुई परेशानी
अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रतिनियुक्त किये गय अमीन के नहीं रहने के कारण धावा दल को परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई लोग अपनी भूमि होने की बात कहते हुए कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने मापी का मामला भी उठाया। हालांकि निगम प्रशासन ने इन सभी लोगों का नाम व पता दर्ज कर लिया है ताकि उचित तरीके से नोटिस देते हुए कार्रवाई की जा सके।