400 छोटे पौधे और 100 पेड़ों का निकला अर्थी जुलूस: गार्डन में असामाजिक तत्वों ने काटा, भागलपुर में गुस्साए बागान मालिक ने किया संस्कार – Bhagalpur News

असामाजिक तत्वों ने बागन में लगे पेड़ को काट दिया तो गुस्से में बागान मालिक ने अर्थी जुलूस निकाल दिया। बाकायदा उनके लिए चचरी तक की तैयारी की और उन्हें अंतिम संस्कार के लिए घाट तक ले गए। वहां पर गांव वालों के लिए भोजन की भी व्यवस्था करवा दी।
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मामला भागलपुर मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर पीरपैंती प्रखंड के बड़ी मोहनपुर में हुआ है। असामाजिक तत्वों द्वारा पेड़ काटने से मालिक नाराज थे। इसीलिए उन्होंने गुस्से में यह सब कर दिया जो कि हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है।
बड़ी मोहनपुर में असमाजिक तत्वों ने 400 छोटे-छोटे पौधे और 100 से अधिक बड़े पेड़ों को काट दिया। इसके बाद बागान के मालिक व लोगों ने पेड़ पौधों का हिन्दू रीति रिवाज़ के साथ अंतिम संस्कार किया। लोगों ने पेड़ पौधों को फकडोल पर लादकर शवयात्रा निकाली। चचरी पर मृत पौधों को लाद बाकायदा उसकी पूजा की गई। चौराहों पर परिक्रमा की गई, उसके बाद यात्रा करते हुए गंगा घाट पहुंचे और वहां मंत्रोच्चारण के साथ पौधों को गंगा में प्रवाहित किया। इस अनोखी शव यात्रा में गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
वर्चस्व कायम को लेकर दी पूरी वारदात को अंजाम
दरअसल, वर्चस्व कायम करने के लिए असामाजिक तत्वों ने मोहनपुर निवासी ओमप्रकाश जयसवाल के बगान में लगे पेड़ पौधों को नष्ट कर दिया। यहां मनरेगा के तहत भी ढाई लाख खर्च कर 400 से अधिक पौधे लगाए गए थे, जिसे असामाजिक तत्वों ने नष्ट कर दिया। साथ ही पेड़ पौधों की देखभाल करने वाले गोपी मंडल के बनाये बासा में आग लगा दी। तीन दिन पहले बासा में आग लगाई थी बागान मालिक के बेटे अरुण जायसवाल ने 4 असामाजिक तत्वों पर मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई में जुटी है। अरुण व उनकी पत्नी ने कटे पौधों की विधि विधान से पूजा अर्चना कर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की।
अरुण ने बताया कि पेड़ पौधों को हम बच्चों की तरह परिवार की तरह सेवा करते हैं। इस तरह की घटना से काफी आहत हुए हैं। अरुण की पत्नी शालिनी कुमारी ने कहा कि जिसने ऐसी घटना की उसे सजा मिलनी चाहिए। पौधों को देख बहुत तकलीफ हुई। ग्रामीणों ने भी कार्रवाई की मांग प्रशासन से की है।