30 से बदलेगा बिहार का मौसम: जानलेवा हुई राजधानी की हवा, डॉक्टर बोलें- जरूरी हो तभी घर से निकलें, प्रदूषण के कारण तापमान भी अधिक – Patna News

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार पर्वतीय इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बनने से प्रदेश के मौसम में बदलाव आएगा। अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित दूसरे जिलों में सुबह के समय धुंध व उत्तरी भागों में घना कोहरे का प्रभाव रहेगा।
चक्रवातीय तूफान के असर के कारण रात में ओस की बूंदें कम पड़ेंगी और दिन में सूर्य की रोशनी मंद पड़ेगी। नवंबर खत्म होने में अब मात्र तीन दिन बचे हैं। अब भी न्यूनतम तापमान सामान्य से एक-दो डिग्री सेल्सियस अधिक रह रहा है। बुधवार को राज्य का अधिकतम तापमान अर
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वहीं दूसरी तरफ पटना की हवा खराब हाेती जा रही है। तारामंडल के आसपास AQI लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सांस की तकलीफ और गंभीर मरीजों के लिए हवा सांस लेने लायक नहीं है। PM 2.5 का स्तर अधिकतम 500 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक दर्ज किया गया है। वहीं रात 8 बजे तक AQI लेवल 399 दर्ज किया गया है। गांधी मैदान, दानापुर डीआरएम ऑफिस और पटना सिटी में AQI लेवल 300 दर्ज किया गया है।

तारामंडल, मौर्या लोक, इनकम टैक्स सहित आसपास इलाकों में हैवी ट्रैफिक है। इस दौरान गाड़ियों से निकलने वाले धुंए, सड़क पर डस्ट और खाने-पीने के स्टॉल पर कोयले का इस्तेमाल किया रहा है। इस इलाके में धुंए की मात्र अधिक है। धुएं की वजह से पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ रहा है।
हैवी ट्रैफिक और कोयले के इस्तेमाल से बढ़ रहा PM 2.5
एयर पॉल्यूशन एंड वेस्ट मैनेजमेंट के डाॅयरेक्टर डाॅ. प्रतिमा सिंह के मुताबिक तारामंडल, मौर्या लोक, इनकम टैक्स सहित आसपास इलाकों में हैवी ट्रैफिक है। इस दौरान गाड़ियों से निकलने वाले धुंए, सड़क पर डस्ट और खाने-पीने के स्टॉल पर कोयले का इस्तेमाल किया रहा है। इस इलाके में धुंए की मात्र अधिक है। धुएं की वजह से पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। शहर में कहीं AQI लेवल 250 तो कहीं 180 तक दर्ज किया गया है। कहीं PM 10 का स्तर अधिक है। निदान के लिए स्टॉल वाले को अधिक से अधिक LPG गैस का इस्तेमाल करें। सड़कों पर लगातर पानी का छिड़काव करना चाहिए। सरकार के स्तर से लगातार मॉनिटरिंग करने की जरूरत है।
शहर के विभिन्न इलाकों का AQI लेवल
दानापुर DRM- 168 पटना सिटी- 245 तारामंडल- 399 गांधी मैदान- 106 इको पार्क- 156 वेटनरी मैदान- 302

शहर में चलने वाली करीब 1100 डीजल बसों से हर दिन हवा प्रदूषित हो रही है। हालांकि स्कूल बसों को संचालन के लिए राहत दे दी गई है। लेकिन, डीजल बस चलने से लोगों को सांस पर राहत नहीं मिल रही है।
शहर में चलने वाली 1,100 डीजल बसें हवा को कर रही है प्रदूषित
शहर में चलने वाली करीब 1100 डीजल बसों से हर दिन हवा प्रदूषित हो रही है। हालांकि स्कूल बसों को संचालन के लिए राहत दे दी गई है। लेकिन, डीजल बस चलने से लोगों को सांस पर राहत नहीं मिल रही है। डीजल बसों से होने वाले वायु प्रदूषण का बच्चों और अन्य नागरिकों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। डीजल की तुलना में सीएनजी से चलने वाली बसों से 30-35 प्रति कम कार्बन गैसों का उत्सर्जन होता है।
डॉक्टर की सलाह- एन 95 या एन 99 मास्क का करें प्रयोग
फिजिशियन डाॅ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि पीएम 2.5 का स्तर अगर 400 है तो वहा की स्थिति खराब है। ऐसे में सबसे पहले लोगों को घर से बाहर निकलते समय एन95 या एन99 का मास्क लगा कर निकलना चाहिए। हृदय रोगियों, अस्थमा के मरीजों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को खासतौर पर ध्यान देने की जरूरत है। ये घर के अंदर रखें, उनके लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और पोषक आहार दें। प्रदूषण के कारण तापमान अधिक
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार शहरी क्षेत्रों में प्रदूषण और वाहनों के कारण अधिक तापमान महसूस हो रहा है। सुबह में धुंध के साथ कुहासा दिखता है, लेकिन जिन क्षेत्रों में हरियाली अधिक है, वहां ठंड अधिक महसूस हो रही है। डेहरी में लगातार न्यूनतम तापमान सबसे कम रिकार्ड किया जा रहा है। यहां पर सोन नदी और हरियाली के कारण तापमान कम रहता है। अगले दो-तीन दिन तक बिहार के दक्षिणी इलाकों में चक्रवातीय तूफान के कारण बादल छाए रहेंगे।