20 kilometers and 30 minutes will be saved in going to Delhi; two-wheelers, tractors, autos – Jugaad will not be able to run | जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे: दिल्ली जाने में बचेंगे 20 किलोमीटर, 30 मिनट; दुपहिया, ट्रैक्टर, ऑटो – जुगाड़ नहीं चल सकेंगे – Jaipur News

दिल्ली-मुंबई एनई-4 हाईवे काे जाेड़ने वाला जिले का पहला हाईटेक जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे एनई-4सी साेमवार सुबह 8 बजे से शुरू कर दिया जाएगा। पहले 10 दिन तक इस पर ट्रायल कर खामियाें की जांच करेंगे। सफल रहने के बाद टोल शुल्क तय कर लागू कर दिया जाएगा। इस
.
एक्सप्रेस-वे काे खाेलने के लिए रविवार काे बैरिकेड्स हटाने के साथ सफाई का कार्य जाेराें पर चलता रहा। एक सप्ताह तक ट्रायल के बाद दाेनाें क्लाेअरलीफ व 4 इंटरचेंज सहित सभी 6 स्थानाें पर टाेल शुरू किया जाएगा। प्रथम चरण में सबसे पहले दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे क्लाेअरलीफ से बगराना क्लाेवर लीफ तक दिल्ली-जयपुर के लिए यातायात काे खाेला जा रहा है। इसके दूसरे चरण में चार स्थानाें पर इंटरचेंज काे खाेला जाएगा। एक्सप्रेस-वे काे खाेलने के लिए शुक्रवार काे एनएचएआई अधिकारियों की बैठक हुई थी। जिसमें सुरक्षा मापदंडों को पूरा कर यातायात शुरू करने का फैसला लिया गया था।
कार की गति 120, बस-ट्रक 80 किमी प्रति घंटे से चल सकेंगे एक्सप्रेस-वे पर दुपहिया वाहन, ट्रैक्टर, ऑटाे और जुगाड़ के चलने की अनुमति नहीं होगी। कार के लिए एक्सप्रेस-वे पर अधिकतम 120 की गति रखी है। वहीं, बड़े वाहनों बस, ट्रकों के लिए गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है।
146 सीसीटीवी कैमरों की सर्विलांस में रहेगा दाैसा-मनाेहरपुर इंटरचेंज कंट्रोल रूम के इंचार्ज बिजेंद्र मलिक ने बताया कि एक्सप्रेस-वे आगरा राेड बगराना क्लाेअरलीफ से लेकर बांदीकुई के पास दिल्ली-मुंबई हाईवे के क्लाेअरलीफ तक करीब 146 सीसीटीवी कैमरों की सर्विलांस में रहेगा। हर किलोमीटर में दाे सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जाे चाराें तरफ घूमते हैं।
राेड पर किसी भी वाहन काे रुकने की इजाजत नहीं हाेगी, जाे भी वाहन रुकेगा कैमरों में साथ लगे सेंसर सक्रिय हाे जाएंगे। इसके बाद अपने वाहन काे हटाने की चेतावनी देने के लिए हल्की आवाज में सायरन बजना शुरू हाे जाएगा। यदि राेड पर काेई हादसा हाेता है ताे सीसीटीवी कैमरे लाइव व सेंसर तकनीक से कंट्रोल रूम में तुरंत सूचना मिल जाएगी।
उल्टी दिशा में वाहनों के आने से एक्सीडेंट का खतरा एक्सप्रेस-वे पर 4 स्थानों इंटरचेंज के नजदीक से चाेर रास्ताें से चाैपहिया व दुपहिया की आवाजाही हाे रही है। वाहन उल्टी दिशा में आ-जा रहे हैं। एक्सप्रेस-वे खुलने के साथ ही एक्सीडेंट हाेने का खतरा है। राेड पर उल्टी दिशा में भी वाहन स्पीड से जा रहे हैं, उन्हें राेकने वाला काेई नहीं हैं।
1 लाख पाैधे लगाए जाएंगे; एक्सप्रेस-वे के दाेनाें तरफ मीडियन और तीनाें क्लाेवरलीफ में ग्रीन काॅरिडाेर विकसित करने के लिए नीम, पीपल, शीशम, करंज के एक लाख पाैधे लगाए जा रहे हैं।
टाेल बूथ का संचालन ऑटोमैटिक हाेगा टाेल बूथ का संचालन ऑटाे मैटिक हाेगा। आगरा राेड बगराना क्लाेअरलीफ पर चढ़ने के साथ ही वाहन की कंम्प्यूटर में फाेटाे के साथ एंट्री हाेगी। इसके बाद जिस भी टाेल से जहां उतरेंगे, उसका फास्टैग से शुल्क कटेगा। जयपुर से दिल्ली जाने-आने के लिए बगराना व गुरुग्राम में ही शुल्क कटेगा। बिना फास्टैग वाहनों केे दोगुना टाेल चार्ज वसूला जाएगा।
दक्षिण रिंग राेड से उतरने पर टोल नहीं देना होगा दक्षिण रिंग राेड व एक्सप्रेस-वे के टाेल बूथ काे एक साथ जाेड़ा है। वाहन चालक दक्षिण रिंग राेड से आकर आगरा राेड पर बगराना क्लाेअरलीफ से उतराना चाहेगा ताे उससे काेई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसके पीछे कारण है कि दक्षिण रिंग राेड पर आगरा राेड से एक किमी पहले टाेल शुल्क वसूल लेते हैं। ऐसे में एक किमी में दाे बार टाेल नहीं वसूला जा सकता।