100-100 सीटों पर लड़ेगी BJP-JDU, डील फाइनल: मांझी–चिराग की सीटें भी लगभग तय, महागठबंधन में कांग्रेस की सीटें कम होंगी – Bihar News

अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर NDA और महागठबंधन की पार्टियों ने सीटों का बंटवारा कर लिया है। अंदरखाने अब सीटों के चयन की प्रक्रिया की जा रही है।
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सूत्रों के मुताबिक, दोनों गठबंधन की पार्टियां आपस में सीटों की अदला-बदली कर सकती हैं। सीटों के चयन में विनेबिलिटी को तरजीह दी जा रही है। जहां से जो पार्टी चुनाव जीत सकती है, उसे वहां का टिकट दिया जाएगा। सीटों का चयन होने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
हालांकि, किसी भी गठबंधन की तरफ से अभी आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की गई है।
NDA की पार्टियांः BJP, JDU, चिराग पासवान की LJP(R), जीतनराम मांझी की HAM यानी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा।
महागठबंधन की पार्टियांः RJD, कांग्रेस, माले, CPI, CPM और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP)।
स्पेशल स्टोरी में पढ़िए, किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती है…।
भाजपा और जदयू के खाते में 100-100 सीट
सूत्रों के मुताबिक, NDA में भाजपा अपने पास 100 सीटें रख सकती है। जबकि, इतनी ही सीटें जदयू को मिल सकती है। पिछली बार भाजपा 110 और JDU 115 सीटों पर लड़ी थी।
वहीं, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) 30 सीटें मिल सकती है। जबकि, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ और पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ‘राष्ट्रीय लोक मोर्चा’ को 6-6 सीट मिल सकती है।
संभावना है कि इस बार बची हुई एक सीट भाजपा अपने पास रख सकती है। वो कुल 101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है।

समय-समय पर NDA के नेता आपस में बैठक कर एकजुटता का संदेश दे रहे हैं। कुछ दिन पहले चिराग पासवान ने सीएम आवास जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी।
सामाजिक समीकरण का रखेगा NDA
सूत्रों के अनुसार, NDA में इस बार सीटों की अदला-बदली भी हो सकती है। जैसे एक ऐसी सीट जिस पर भाजपा लगातार दो बार चुनाव हार रही है, उसे उस सहयोगी को दिया जा सकता है, जिनके जीतने की संभावना ज्यादा है।
हालांकि, इसमें इस बात पर जोर दिया जाएगा कि कैंडिडेट के सिलेक्शन में जातिगत समीकरण न बिगड़े। ऐसे उम्मीदवार को सीट नहीं दिया जाएगा जो प्रभावशाली वोट नहीं खींच सकता। कैंडिडेट्स आपसी सहमति से ही चुने जाएंगे।
अब कहानी महागठबंधन की…
कांग्रेस 50 सीटों पर मानी, राजद 150 पर लड़ सकती
सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन में 243 सीटों का जो बंटवारा हुआ है, उसमें सबसे अधिक सीट राजद को मिल सकती है। तेजस्वी यादव की अगुवाई में करीब 150 सीटों पर राजद अपने उम्मीदवार उतार सकती है।
जबकि, कांग्रेस 50 सीटों पर मान गई है। दोनों ही राजनीतिक दलों के बीच 200 सीटें बंटी जा सकती है। बाकी के 43 सीटों में से 30 सीटें वामपंथी दलों को मिल सकती है। जबकि, पूर्व मंत्री मुकेश सहनी की पार्टी ‘VIP’ को 8 से 11 सीट मिलने की संभावना है। बाकी बची सीटों को महागठबंधन में शामिल दल आपस में बांट सकते हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी बीते 5 महीने में 4 बार बिहार आ चुके हैं। वह लगातार दलित और EBC वोटबैंक को साध रहे हैं।
जीतने वाली सीटों को तरजीह देगी कांग्रेस
कांग्रेस के टॉप सोर्स के मुताबिक, पार्टी बिहार में सीटों की संख्या से ज्यादा जीत को तरजीह देगी। वह उन सीटों पर लड़ने का प्रयास करेगी, जहां मजबूत हो। इसके लिए सीटों की अदला-बदली भी हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के इंटरनल सर्वे में बिहार की 50 सीटों पर मजबूत स्थिति बनती दिख रही है। उन सीटों पर पार्टी अपना कैंडिडेट्स उतारने का प्रयास करेगी।
दलित वोट बैंक के साथ-साथ जीत वाली सीटों को तरजीह देने पर विचार कर रही है।

पिछले विधानसभा चुनाव में अलग था गणित
2020 विधानसभा चुनाव में JDU ने 115 सीटों पर चुनाव लड़कर 43 सीटें जीतीं। भाजपा ने 110 में से 71 जीतीं। HAM ने 7 में से 4 सीटें जीतीं।
विकासशील इंसान पार्टी (VIP) ने 11 में से 4 सीटें जीतीं, जिससे NDA 125 तक पहुंचा था। यह बहुमत से सिर्फ 3 सीट अधिक था। इस बार मुकेश सहनी की (VIP) अब तक NDA से बाहर हैं।
वहीं, चिराग पासवान की LJP और उपेंद्र कुशवाहा का राष्ट्रीय लोक मोर्चा NDA का हिस्सा हैं। जबकि, पिछली बार दोनों NDA से अलग थे।
वहीं, महागठबंधन में शामिल RJD 144, कांग्रेस 70 और लेफ्ट को 29 सीटों पर लड़ी थी।
पार्टी नेताओं ने क्या कहा…
सीट शेयरिंग के मामले पर हमने सभी पार्टी के नेताओं से बात की। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा, ‘अभी कोई जानकारी नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व का मामला है। गठबंधन के अंदर अनुकूल परिस्थितियां हैं। बिहार के विकास को लेकर सभी एकजुट हैं।’
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा, ‘सार्वजनिक रूप से गठबंधन के अंदर कोई बंटवारा नहीं हुआ है। पूरी स्पष्टता के साथ काम होगा। सीटों का फैसला होने पर ऐलान किया जाएगा।’
राजद प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ‘सीटों का बंटवारा सौहार्दपूर्ण तरीके से हो जाएगा। 243 सीटों पर हमारी गठबंधन चुनाव लड़ेगी। बंटवारा होने पर आधिकारिक ऐलान कर दिया जाएगा।’
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने कहा, ‘गठबंधन के अंदर बातचीत चल रही है। उन सीटों पर हमारी मांग मजबूती से है, जहां हमारे उम्मीदवार जीत सकते हैं। कांग्रेस पार्टी ने 70 से अधिक सीटों की डिमांड की है।’
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RJD के अंदरखाने 2020 विधानसभा के बाद से लगातार आरोप लगता रहा है कि कांग्रेस के कारण हमारी सरकार नहीं बनी। कांग्रेस को अगर 70 से कम सीटें दी होती तो आज बिहार में अपनी सरकार होती। इस पर पहली बार कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने जवाब दिया है। पूरी खबर पढ़िए