Published On: Mon, Sep 30th, 2024

हिमाचल में 56 साल बाद बरामद हुए 4 शव, लापता इंडियन एयरफोर्स के विमान की कहानी


करीब 56 साल पहले इंडियन एयरफोर्स का एएन-12 विमान लापता हो गया था। इतने सालों से रह-रहकर चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में चार लोगों के शवों को खोजने में फिर सफलता हाथ लगी है।

Ratan Gupta पीटीआई, रोहतांगMon, 30 Sep 2024 02:41 PM
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हिमाचल प्रदेश में आज से करीब 56 साल पहले हादसा हुआ था। जगह थी रोहतांग दर्रा। यहां इंडियन एयरफोर्स का एएन-12 विमान दुर्घटना का शिकार हो गया था। इस हादसे में मरने वाले 4 लोगों की लाशें इतने लंबे समय के बाद बरामद हुई हैं। यह भारत के सबसे लंबे समय से चल रहे खोज अभियानों में से एक के लिए बड़ी सफलता है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि शवों को भारतीय सेना के डोगरा स्काउट्स और तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू के कर्मियों की एक ज्वाइंट टीम ने बरामद किया है।

102 यात्रियों सहित लेह जा रहा था विमान

7 फरवरी 1968 का समय था। जुडंवा इंजन वाला टर्बोप्रॉप यातायात विमान चंडीगढ़ से लेह जाते समय कहीं गायब हो गया। इसमें 102 लोग सवार थे। इस सिलसिले में एक अधिकारी ने बताया कि इस दुर्घटना के लिए चल रहे खोज अभियान में इन शवों का मिलना बड़ी सफलता हाथ लगना है।

मिलने वाले शवों की पहचान

चंद्रभागा पर्वत अभियान के दौरान चार शवों को बरामद किया गया है। इससे परिवार और देश के लिए एक नई उम्मीद जागी है। अधिकारियों ने बताया कि मिलने वाले शवों में से तीन की पहचान मलखान सिंह, सिपाही नारायण सिंह और क्राफ्टमैन थॉमस चरण के नाम से हुई है। अधिकारियों ने बताया कि बचे हुए शव के पास से बरामद दस्तावेजों से शव की पहचान नहीं हुई है, लेकिन इससे उसके घर वालों की जानकारी मिल गई है।

रह-रहकर चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

साल 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों ने इस जहाज के मलबे को खोजा था। इसके बाद भारतीय सेना खासकर डोगरा स्काउट्स ने कई सालों तक अनेक अभियान चलाए। डोगरा स्काउट्स साल 2005, 2006, 2013 और 2019 में चलाए गए अभियानों में सबसे आगे रहे। इन अभियानों में से साल 2019 में भी 5 शव बरामद किए गए थे।

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