Published On: Mon, Sep 16th, 2024

हिमाचल के 6 जिलों में 18 से फिर आसमानी आफत का अलर्ट, बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी, हिमाचल प्रदेश न्यूज़


हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों हुई जोरदार वर्षा के बाद सोमवार को मौसम खुल गया है। राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में धूप खिली है। अब बारिश की संभावना नजर नहीं आ रही है। मौसम विभाग की मानें तो आज व कल मौसम साफ बना रहेगा।

हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों हुई जोरदार वर्षा के बाद सोमवार को मौसम खुल गया है। राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में धूप खिली है। अब बारिश की संभावना नजर नहीं आ रही है। मौसम विभाग की मानें तो आज व कल मौसम साफ बना रहेगा। 18 सितंबर से मॉनसून के फिर रफ्तार पकड़ने के आसार हैं। 18 सितंबर को 6 जिलों में मेघ गर्जन व आसमानी बिजली कड़कने के साथ बारिश की चेतावनी दी गई है। इसे लेकर छह जिलों शिमला, सिरमौर, सोलन, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में येलो अलर्ट जारी किया गया है। आगामी 22 सितंबर तक हल्की बारिश होने के आसार हैं।

बीते 24 घंटों के दौरान बिलासपुर में सबसे ज्यादा 100 मिमी वर्षा हुई। इसके अलावा कुफरी में 35, कसौली में 28, नेरी में 27, गोहर व करसोग में 24-24 और बिजाही में 23 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।

भूस्खलन से 74 सड़कें बंद, रामपुर में अस्थायी घर व बगीचे तबाह

राज्य में हुई भारी वर्षा से लोगों की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। शिमला जिला के रामपुर उपमंड के दूरदराज क्षेत्र बधाल में भूस्खलन से कई कच्चे अस्थायी घर और सेब के बगीचे तबाह हो गए। शिकारी नाला में शनिवार की रात आई बाढ़ ने बधाल में तबाही मचाई और लोगों ने घर छोड़कर सुरक्षित जगह पनाह ली।

बधाल पंचायत के उपप्रधान संजय जिस्टू ने बताया कि भूस्खलन से 10 अस्थायी घरों समेत कई बीघा क्षेत्र में लोगों के सेब बगीचों का नुकसान हुआ है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से नुकसान का आकलन करके प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की है। वहीं, नायब तहसीलदार प्रेम नेगी ने बताया कि इस घटना में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है और राजस्व कर्मी नुकसान का आकलन कर रहे हैं।

बता दें कि, रापमुर उपमंडल के समेज में इससे पहले भारी तबाही हुई थी। बीते 31 जुलाई की रात्रि बादल फटने के बाद समेज गांव का नामोनिशान मिट गया था। गांव के 36 लोग लापता हुए। इनमें 21 के शब बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 15 अभी तक लापता हैं।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, सोमवार सुबह तक प्रदेश में भूस्खलन के कारण 74 सड़कें बंद रहीं। शिमला जिला में सर्वाधिक 39 सड़कों पर आवाजाही ठप है। इसी तरह कांगड़ा में 10, मंडी में नौ, कुल्लू में सात, सिरमौर में पांच, लाहौल-स्पीति में तीन और किन्नौर में एक सड़क बाधित है। हालांकि राज्य के सभी नेशनल हाईवे पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से जारी है। चंबा जिला में चार और कुल्लू में एक बिजली ट्रांसफार्मर भी खराब पड़ा है।

रिपोर्ट: यूके शर्मा

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