हिमाचल के 23 थानों में नहीं सरकारी वाहन, भाड़े की गाड़ियों से करते पैट्रोलिंग, विधानसभा में उठा मुद्दा
क्राइम एंड क्रिमिनल नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) रैंकिंग में अव्वल रहने वाले हिमाचल प्रदेश के कई पुलिस थाने अपने वाहनों से महरूम हैं। इनमें सीआईडी और ट्रैफिक व टूरिस्ट पुलिस थाने भी शामिल हैं। सूबे के करीब दो दर्जन पुलिस थानों के पास अपने स्थायी वाहन उपलब्ध नहीं है। यह चौंकाने वाली जानकारी प्रदेश विधानसभा के शिमला में चल रहे मॉनसून सत्र में सामने आई है। विधायक मलेंद्र राजन के सवाल पर लिखित जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जवाब दिया है। जानिए उन्होंने किन थानों का जिक्र किया।
निजी गाड़ियां करते हैं हायर
अपना स्थायी वाहन नहीं होने के कारण इन पुलिस थानों में कई तरह की दिक्कतें आती हैं। कई मर्तबा सम्बंधित थाना क्षेत्र में एक से ज्यादा वारदातें होने पर घटनास्थल पर पहुंचना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। हालांकि ऐसे पुलिस थानों में निजी वाहन की सुविधा मौजूद होती है, मगर हर बार यह रारगार उपाय साबित नहीं होता है। कई पुलिस थानों में निजी कम्पनियां वाहन उपलब्ध करवा रही हैं ताकि पुलिस थानों में पेट्रोलिंग व अन्य किसी तरह की कोई दिक्कत न आए।
इन थानों में नहीं है सरकारी वाहन
इन्दौरा के विधायक मलेंद्र राजन के सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को बताया कि प्रदेश में 23 पुलिस थाने ऐसे हैं, जिनके पास स्थाई वाहन नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि पांच जिलों के 17 पुलिस थानों के पास स्थाई वाहन नहीं हैं। शिमला जिला के झाकड़ी, चिड़गांव व न्यू शिमला पुलिस थानों के पास अपने वाहन की सुविधा नहीं है। इसी तरह सोलन जिला के सायरी और बागा, सिरमौर जिला के नाहन सदर, पच्छाद, राजगढ़ और शिलाई थानों में भी स्थाई वाहन नहीं है। मंडी जिला में एकमात्र जोगिंद्रनगर पुलिस थाना है, जहां कोई भी स्थाई वाहन नहीं है। कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा चार पुलिस थानों में अपना वाहन नहीं है। इनमें ज्वालामुखी, पालमपुर, मैकलॉडगंज और महिला पुलिस थाना धर्मशाला शामिल है। ऊना जिला के मैहतपुर, टाहलीवाल और महिला पुलिस थाना में भी स्थाई वाहन उपलब्ध नहीं है।
ये साइबर क्राइम थाने भी अभाव से जूझ रहे
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य गुप्तचर विभाग के तहत आने वाले तीन साईबर क्राइम पुलिस थानों के पास भी स्थाई वाहन नहीं है। इनमें साईबर क्राइम पुलिस थाना शिमला, साईबर क्राइम पुलिस थाना मंडी और साईबर क्राइम पुलिस थाना कांगड़ा शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसी तरह बिलासपुर जिला में यातायात व पर्यटन पुलिस थाना भगेड़़, मंडी जिला में यातायात व पर्यटक पुलिस थाना नेरचौक और कुल्लू जिला में यातायात व पर्यटक पुलिस थाना भुंतर में स्थाई वाहन नहीं है।