हिमाचल के सिरमौर में भारी बारिश, उफान पर नदियां; आठ जिलों में बाढ़ का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मंद पड़ा मॉनसून फिर से सक्रिय हो गया है। येलो अलर्ट के बीच राज्य के अधिकांश हिस्सों में वर्षा का दौर शुरू हो गया है। सिरमौर में बीती रात से भारी बारिश हो रही है। इससे जिले की नदियां उफान पर हैं। श्री रेणुका जी में गिरी नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी से जटोन डैम के दो फ्लड गेट खोलकर पानी छोड़ना पड़ा है। रात को करीब पौने दो बजे डैम से पानी छोड़ा गया। इससे यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
शिमला में कैसा मौसम
राजधानी शिमला में भी मौसम के मिजाज बदल गए हैं और सुबह से हल्की वर्षा हो रही है। पिछले 3-4 दिनों से शिमला में धूप खिलने से लोगों को भारी वर्षा से राहत मिल रही थी। राज्य के मैदानी व जनजतीय इलाकों में घने बादल छाए हुए हैं और वर्षा के पूरे आसार बने हुए हैं।
आज और कल भारी बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने आज (सोमवार) व कल मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। इससे लोगों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। विभाग ने अगले 24 घण्टों के दौरान यानी मंगलवार शाम 5:30 बजे तक आठ जिलों में बाढ़ का खतरा जताया है। मंडी, कांगड़ा, चम्बा, शिमला, सिरमौर, सोलन, कुल्लू और किन्नौर जिलों में बाढ़ की चेतावनी दी गई है। इन जिलों के लोगों को घरों से बाहर निकलते समय सतर्क रहने की सलाह दी गई है। लोगों को भूस्खलन संभावित इलाकों की यात्रा न करने और नदी-नालों से दूर रहने की हिदायत दी गई है। विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आठ सितंबर तक राज्य में मौसम खराब रहेगा।
नाहन और नैना देवी में सबसे ज्यादा वर्षा
मौसम विभाग के मुताबिक बीती रात सिरमौर जिला के मुख्यालय नाहन में सबसे ज्यादा 143 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा बिलासपुर के नैना देवी में 130, सिरमौर के पच्छाद में 86, पांवटा साहिब में 72, धौलाकुआं में 66, कटौला में 55, सुंदरनगर में 46, पण्डोह में 34, चम्बा में 33 और भरमौर में 32 मिमी वर्षा हुई। कांगड़ा, सुंदरनगर व पालमपुर में मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली का असर देखा गया।
हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रशासन ने यमुना नदी किनारे रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। जिला प्रशासन ने पुलिस थाना श्रीरेणुकाजी, पुलिस थाना पुरूवाला, पुलिस थाना माजरा व पुलिस थाना पांवटा साहिब को डैम से छोड़े गए पानी की जानकारी देने के साथ-साथ अलर्ट पर रखा है। साथ ही नदी के किनारे बसे ग्रामीणों को नदी से दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए लोगों के लिए 1077 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
भूस्खलन से एक नेशनल हाइवे सहित 109 सड़कें बंद, 427 ट्रांसफार्मर खराब
राज्य में भारी वर्षा से सड़क व परिवहन व्यवस्था फिर चरमरा गई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक सोमवार सुबह तक भूस्खलन से 109 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है। सिरमौर जिला में नेशनल हाइवे-707 हैनधार में बंद पड़ा है। सिरमौर में सबसे ज्यादा 55, शिमला में 23, मंडी व कांगड़ा में 10-10, कुल्लू में नौ और लाहौल-स्पीति व ऊना में एक-एक सड़क अवरुद्ध हुई है। सिरमौर जिला में मूसलाधार वर्षा से 419 ट्रांसफार्मरों के खराब होने से बिजली आपूर्ति ठप है। सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में 231, पांवटा साहिब में 165 और राजगढ़ में 23 ट्रांसफार्मर खराब हैं। इसके अलावा कुल्लू जिला में छह और चम्बा में दो ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं।