हिमाचल-उत्तराखंड में अब तक शुरू नहीं हुई बर्फबारी: कश्मीर-लद्दाख में औसत से कम; गंगा नदी बेसिन में स्नोकवर 40% तक घटा

नई दिल्ली5 मिनट पहले
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दिसंबर के पहले हफ्ते में हिमाचल के पहाड़ों पर से बर्फ नदारद है। ऐसे में यहां आए पर्यटकों के लिए होटल संचालक आर्टिफिशियल बर्फबारी कर रहे है।
हिमालय के गंगा और सिंधु नदी बेसिन इलाके में बर्फ का स्तर (स्नोकवर) बीते छह सालों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। गंगा नदी बेसिन में तो यह पिछले साल की तुलना में 40 फीसदी तक कम है। वहीं, ISRO के आंकड़ों के मुताबिक सिंधु नदी बेसिन में स्नोकवर 10 से 20 फीसदी तक कम है।
यही वजह है कि दिसंबर का पहला हफ्ता खत्म होने पर भी सर्दी की चुभन महसूस नहीं हो रही है। अधिकांश शहरों में दिन का तापमान 25-31°C के बीच है, जबकि इस समय तक उत्तर के मैदानी इलाकों का तापमान 22 से 28°C के बीच रहता है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, सर्दी के मौसम में बर्फ का स्तर घटता-बढ़ता रहता है, क्योंकि अमूमन हफ्ते में एक-दो बार बर्फबारी होती है। लेकिन इस बार मानसून खत्म होने के बाद आए सभी पश्चिमी विक्षोभ कमजोर थे। इसके चलते कम बर्फबारी हुई और बर्फ का स्तर जितना बढ़ना चाहिए था, वह नहीं बढ़ा।

विक्षोभ जितने अधिक सक्रिय और लंबे, उतनी ज्यादा सर्दी हिमालय से आने वाली उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से ही उत्तर से मध्य भारत के मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ती है। सीजन में जितने अधिक सक्रिय और लंबे पश्चिमी विक्षोभ आते हैं, उतनी अधिक सर्दी पड़ती है।
इस बार उत्तर से मध्य भारत तक सभी राज्यों में औसत तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। पिछली सर्दी में दिसंबर से फरवरी तक अल-नीनो परिस्थितियां थीं। उसके बावजूद हिमालय पर सामान्य से ज्यादा स्नोकवर के कारण ही अधिक सर्दी पड़ी थी।
दिसंबर के आखिर में अच्छी सर्दी संभव स्काईमेट के विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि IMD समेत कई मौसमी मॉडल्स ने संकेत दिए हैं कि दिसंबर में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। इसका मतलब है कि पश्चिमी विक्षोभ कम आएंगे और कम ही सक्रिय रहेंगे। संभव है कि दिसंबर के आखिरी हफ्ते में अच्छी सर्दी महसूस हो।