हाथरस हादसा- 150 लोग तड़प रहे थे, एक डॉक्टर था: घायलों के परिजन बोले- जब लाए, सांसें चल रही थीं; इलाज नहीं मिलने से मौत – Uttar Pradesh News

अस्पताल में परिजन को सीपीआर देता एक व्यक्ति।
2 घंटे हो गए, जो जिंदा हैं वो भी मार दिए जाएंगे। अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है। यहां न ऑक्सीजन सिलेंडर है और न ही ड्रिप लगाने वाले। हम लोग खींच-खींचकर लोगों को ले आए, उनकी सांसें चल रही थीं।
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यह दर्द और बेबसी अपनों को अस्पताल लेकर आए लोगों की है। बेबस लोग डॉक्टर का इंतजार करते रहे, लेकिन एक डॉक्टर होने की वजह से घायलों को इलाज ही नहीं मिल पाया। इलाज के अभाव में अस्पताल के बाहर और बरामदे में घायलों की सांसें टूट गईं।
भगदड़ हाथरस के पिछड़े गांव फुलरई में मची थी। हादसे के बाद लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया। जिन 150 लोगों की सांसें चल रही थीं, उन्हें ऑटो, ट्रैक्टर-ट्रॉली और बाइक से लेकर 8 किलोमीटर दूर सिकंद्राराऊ CHC पहुंचे।

यह भयावह तस्वीर सिकंद्राराऊ सीएचसी की है। बरामदे में शव ऐसे ही रखे थे।
लोग खुद ही देने लगे सीपीआर
अस्पताल के सभी स्ट्रैचर, यहां तक की बेंच पर भी घायलों को लिटा दिया गया। जब जगह नहीं बची तो अस्पताल के बरामदे में जमीन पर भी घायलों और मृतकों को लिटा दिया गया।
इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि लोग खुद ही अपनों को सीपीआर दे रहे हैं। कुछ लोग बदहवास होकर दौड़ रहे थे, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली।

स्वास्थ्य केंद्र के बाहर सीपीआर देता युवक।
रेफर तक नहीं कर पाए
हालत यह थी कि एक छोटे से स्वास्थ्य केंद्र पर इतने संसाधन ही नहीं थे कि सबका इलाज किया जा सके। घायलों को हायर सेंटर रेफर करने की स्थिति नहीं थी। मौके पर सिर्फ एक एम्बुलेंस थी।
मौके पर आए लोगों ने बताया कि यहां पर इतने घायल आ गए कि अस्पताल में जगह ही नहीं बची। घायलों को रास्ते से ही एटा जिला अस्पताल भेजा जाने लगा।
घायलों को लेकर पहुंचे सत्संग के सुरक्षाकर्मी ने कहा कि हम लोग खींच-खींचकर घायलों को अस्पताल लेकर आए। सांसें चल रही थीं, लेकिन अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर तक नहीं था। कोई अफसर या पुलिस भी नहीं आई है अब तक।
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यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 122 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में हुआ है। हादसे के बाद हालात भयावह है। अस्पताल के बाहर शव जमीन पर बिखरे पड़े हैं। दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने हाथरस के सिकंदराराऊ CHC में लाशों को गिना। यहां 95 लाशें बिखरी पड़ी हैं। (पढ़ें पूरी खबर)