हरियाणा में लौटा कोरोना, जहां केस, विभाग सिर्फ वहीं अलर्ट: कहीं सैंपलिंग बंद तो कहीं ऑक्सीजन प्लांट खराब; 4 जिलों में 9 केस मिल चुके – Rewari News

हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने लोगों को हैंड सैनिटाइजर को इस्तेमाल करने की सलाह दी है। राेहतक PGI में मरीजों का इलाज करती डॉक्टर।
हरियाणा में 72 घंटे में कोरोना के 9 केस आ चुके हैं। गुरुग्राम, फरीदाबाद, यमुनानगर और करनाल में कोरोना के मरीज मिले हैं। कोरोना से संक्रमित हुए लोगों में महिलाएं, बुजुर्ग और युवा शामिल हैं। जिनमें डॉक्टर, मैनेजर और सॉफ्टवेयर डेवलपर भी शामिल हैं।
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इनमें से किसी की भी इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। हालांकि 3 मरीजों ने मुंबई, दिल्ली और पंजाब से जरूर ट्रैवलिंग की है। साल 2020-21 में आई कोरोना लहर में हरियाणा में 10 लाख से ज्यादा मरीज मिले थे। जिनमें से 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। तब कोरोना नई बीमारी थी, लेकिन अब इसकी वैक्सीन से लेकर वैरिएंट तक सामने आ चुके हैं।
हरियाणा में कोरोना फैलने की सूरत में स्वास्थ्य विभाग के क्या इंतजाम हैं, इसको लेकर दैनिक भास्कर ने सभी 22 जिलों के अस्पतालों की स्थिति की जांच की। इसमें साफ दिखा कि जिन जिलों में केस आए, वहीं विभाग अलर्ट नजर आ रहा है। बाकी जिले संदिग्ध मरीजों की टेस्टिंग से लेकर काउंटर खोलने तक के लिए कोरोना के केस और मुख्यालय के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।

जिन 4 जिलों में कोरोना मरीज मिले, वहां क्या स्थिति?
- गुरुग्राम में सैंपलिंग काउंटर शुरू नहीं: गुरुग्राम में कोविड के 4 केस आ चुके हैं। यहां कोविड सैंपलिंग के लिए अलग काउंटर सोमवार से शुरू होगा। फिलहाल RTPCR टेस्ट किए जा रहे हैं। 6 हजार लीटर प्रति मिनट की क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट हैं, इन्हें दुरुस्त कर दिया गया है। जिले में एन-95 मास्क, पीपीपी किट व दूसरी कोविड से संबंधित दवाओं का स्टॉक फिलहाल पर्याप्त है। 500 ऑक्सीजन बैड की उपलब्धता है।
- फरीदाबाद में शुरू हुए RTPCR टेस्ट: फरीदाबाद में अब तक 3 केस आ चुके हैं। जिसके बाद बंद पड़े RTPCR टेस्ट शुरू कर दिए गए हैं। अस्पताल में अलग से 10 बैड का वार्ड बनाया गया है। शहर में 24 ऑक्सीजन प्लांट है, जिनको चालू कर दिया गया है। अस्पताल में बिजली जाने पर अलग से जनरेटर की व्यवस्था की जा रही है।
- करनाल में 22 बैड का वार्ड तैयार: करनाल में कोरोना का एक केस आ चुका है। यहां के अस्पताल में 22 ऑक्सीजन बैड वाला वार्ड बनाया गया है। वहीं एन-95 मास्क, पीपीपी किट और कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवाइयां मंगवा ली गई हैं। कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज सहित करनाल में 2 ऑक्सीजन प्लांट है, सभी व्यवस्था पूरी कर ली है। मेडिकल कॉलेज में अलग से वॉर्ड भी 35 बैड का वार्ड भी बना दिया है।
- यमुनानगर में 5 बैड रिजर्व: यमुनानगर में एक महिला कोरोना पॉजिटिव आई है। जिसके बाद अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए 5 बैड रिजर्व किए गए हैं। कोविड सैंपलिंग के लिए सिविल अस्पताल में काउंटर चालू है। सिर्फ संदिग्ध के ही टेस्ट किए जाते हैं। RTPCR टेस्ट अभी नहीं हो रहे हैं। सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट चालू है।

यमुनानगर के सिविल अस्पताल में कोरोना के मरीजों के लिए 5 बैड रिजर्व किए गए हैं।
18 जिलों में केस नहीं तो सैंपलिंग तक की तैयारी नहीं
- हिसार में सैंपलिंग के लिए आदेश का इंतजार: हिसार CMO सपना गहलावत का कहना है कि कोविड सैंपलिंग के काउंटर शुरू नहीं हुआ है। अभी हमें मुख्यालय से ऐसा कोई आदेश नहीं आया है। हिसार में अभी किसी तरह के टेस्ट शुरू नहीं हुए हैं। सोमवार तक इस पर कोई फैसला लिया जाएगा। हिसार में ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह से फंक्शनल है। यह पूरी तरह से हॉटलाइन से जुड़े हुए हैं। दवाओं की कमी नहीं है।
- पानीपत में सैंपलिंग का अलग काउंटर नहीं: पानीपत के CMO डॉ. विजय मलिक ने कहा- कोविड सैंपलिंग के लिए अलग से काउंटर नहीं हैं। सोमवार से देखेंगे। RTPCR टेस्ट के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। ऑक्सीजन प्लांट की टेस्टिंग में मिली तकनीकी खामियां ठीक करा रहे हैं। सिविल अस्पताल में 60 ऑक्सीजन बैड रिजर्व किए गए हैं। 10 बैड का आइसोलेशन वार्ड बनाया है। 1 हजार पीपीपी किट और 3 हजार एन-95 मास्क व दवाओं की डिमांड भेजी है। सोमवार तक मिलने की उम्मीद है।
- रोहतक PGI में भी सैंपलिंग काउंटर नहीं: कोविड सैंपलिंग के लिए रोहतक PGI और सिविल अस्पताल में अलग से काउंटर शुरू नहीं हुए हैं। पीजीआई में इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। पीजीआई में तीन ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट फंक्शनल हैं, जिनकी क्षमता 40 हजार लीटर प्रति मिनट है। पीजीआई में अभी 10 बैड रिजर्व किए है, जबकि 2 आईसीयू में बैड है। जरूरत के अनुसार बैड की संख्या बढ़ाई जाएगी।
- रेवाड़ी में एक ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़ा: रेवाड़ी में कोविड सैंपलिंग के लिए अलग काउंटर अभी शुरू नहीं हुआ है, RTPCR टेस्ट शुरू करने के आदेश आ गए हैं। 2 ऑक्सीजन प्लांट में से एक खराब है। जिसकी सर्विस करवाने की बात कही जा रही है। एन-95 मास्क उपलब्ध हैं। सामान्य व निजी अस्पतालों में करीब 300 ऑक्सीजन बैड की उपलब्धता है।
- अंबाला में सैंपलिंग ही शुरू नहीं: अंबाला में कोविड की सैंपलिंग अभी शुरू नहीं हुई है। इसके लिए अभी कोई काउंटर बनाया नहीं गया है। कोविड की तीसरी लहर के बाद बंद किए RTPCR टेस्ट अभी शुरू नहीं किए गए हैं। दोनों सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन बैड की संख्या प्रर्याप्त है, ऑक्सीजन प्लांट सही काम कर रहे हैं।
- भिवानी में ऑक्सीजन प्लांट खराब: भिवानी में कोविड की सैंपलिंग अभी शुरू नहीं हुई है। न ही कोई काउंटर बनाया गया है। RTPCR टेस्ट अभी नहीं हो रहे हैं। जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाया था, जो खराब है। इसे ठीक करने पर करीब 9 लाख रुपए का खर्च आएगा। इसका एस्टीमेट बनाकर भेजा हुआ है।
- सोनीपत में बैड प्रर्याप्त, RTPCR टेस्टिंग नहीं: यहां कोविड सैंपलिंग के लिए RTPCR टेस्ट नहीं हो रहे हैं। हालांकि अगर किसी व्यक्ति को कराना है तो उसको उपलब्ध करवा दिया जाता है। सोनीपत के नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट से ही आईसीयू और हॉस्पिटल में अन्य जगहों पर सप्लाई की जा रही है, सभी प्लांट फंक्शनल हैं। सोनीपत में 200 बैड का हॉस्पिटल है।
- जींद में कोरोना टेस्ट की किट ही नहीं: जींद सिविल अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट खराब है, जिसकी मरम्मत के लिए 5 लाख रुपए का बजट मांगा है। जींद में न तो RTPCR टेस्ट शुरू हुए हैं और न ही रैपिड टेस्ट की सुविधा है। विभाग के पास किट ही उपलब्ध नहीं है। अस्पताल की नई बिल्डिंग में 50 से ज्यादा ऑक्सीजन बैड की व्यवस्था है। सभी बैड पर ही ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है।
- कैथल में 10 बैड रिजर्व: कैथल में पोर्टेबल अस्पताल में 10 बैड रिजर्व किए है। सामान्य अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट चालू है। मगर, बैड पर सप्लाई सिलेंडर से दी जा रही है। कोविड सैंपलिंग के लिए कैथल नागरिक अस्पताल में अभी काउंटर चालू नहीं है। RTPCR टेस्ट शुरू करने को लेकर लैब चालू है, लेकिन अभी टेस्ट नही हो रहे।
- चरखी दादरी में 10 ICU बैड रिजर्व: चरखी दादरी में कोविड सैंपलिंग के लिए काउंटर चालू है। जहां RTPCR टेस्ट सैंपल लिए जा रहे हैं। ऑक्सीजन प्लांट चालू है। ICU में कोरोना मरीजों के लिए 8 बैड रिजर्व किए गए हैं। ऑक्सीजन की जरूरत से निपटने के लिए 19 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं।
- नूंह में अभी सैंपलिंग काउंटर नहीं: नूंह में कोविड सैंपलिंग के लिए अभी तक कोई भी काउंटर अलग से तैयार नहीं किया गया है। पिछली बार नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में RTPCR टेस्ट किए गए थे। इस बार भी वहीं किए जाएंगे। नागरिक अस्पताल मांडीखेड़ा में कोविड वार्ड तैयार किया गया है। पुन्हाना का ऑक्सीजन प्लांट चालू है।
- फतेहाबाद में टेस्ट के लिए आदेशों का इंतजार: फतेहाबाद में कोविड सैंपलिंग के लिए अलग से काउंटर शुरू नहीं हुए हैं। मगर, इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिले के अधिकारियों को RTPCR टेस्ट के लिए मुख्यालय से आदेश का इंतजार है। जिले में तीन ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट फंक्शनल हैं। इसके अलावा सिविल सर्जन ने मास्क, पीपीपी किट व कोविड से संबंधित दवाओं की स्थिति को लेकर रिपोर्ट मांगी है।
- महेंद्रगढ़ में ऑक्सीजन प्लांट दुरुस्त: महेंद्रगढ़ में सैंपलिंग के लिए अलग से कोई काउंटर शुरू नहीं किए गए हैं। RTPCR टेस्ट भी अभी शुरू नहीं हुए हैं। जो ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे, वह अभी चालू है। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना से निपटने की तैयारी पूरी है। दवाओं का भी इंतजाम कर लिया है।
- सिरसा में 6 बैड का स्पेशल वार्ड: सिरसा के सिविल अस्पताल में कोविड संदिग्ध मरीजों के लिए 6 बैड का स्पेशल वार्ड चिह्नित कर दिया गया है। ऐसे में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, कंप्रेशर और अन्य मेडिकल उपकरण को सही से जांच कर दोबारा ट्रायल लिया गया है। अभी मरीजों के लिए कोविड सैंपल लेने की अलग से स्पेशल सेंटर बनाने की कोई गाइडलाइन नहीं आई है।
- पलवल में ऑक्सीजन पूरी, टेस्टिंग नहीं: पलवल में कोविड सैंपलिंग की व्यवस्था लैब में शुरू की गई है, अलग से अभी काउंटर शुरू नहीं किया गया। जिले में अभी RTPCR टेस्ट शुरू नहीं हुए है, केवल रैपिड टेस्ट किए जा रहे हैं। 3 ऑक्सीजन प्लांट चालू हैं। बिजली का कनेक्शन है, एक पर जनरेटर की भी व्यवस्था है।
- झज्जर में दवा पूरी, सोमवार से अलग सैंपलिंग: झज्जर में सोमवार से संदिग्ध कोरोना मरीजों की सैंपलिंग के लिए अलग से काउंटर बन जाएंगे। यहां RTPCR टेस्ट बंद हैं, केवल रैपिड किए जा रहे हैं। सोमवार से अगर स्थिति बनती है तो RTPCR शुरू कर दिए जाएंगे। मास्क, पीपीपी किट व दूसरी कोविड से संबंधित दवाओं का भी झज्जर में पर्याप्त स्टॉक है।
- पंचकूला में केस आने पर सैंपलिंग होगी: पंचकूला में अभी तक कोई भी कोरोना केस नहीं आया है। पंचकूला की सिविल सर्जन डॉ. मुक्ता ने बताया कि संदिग्ध केस मिलने पर ही सैंपलिंग की जाएगी। इसके अलावा लोगों से अपील की गई है कि वह पहले से ही दी गई गाइडलाइन को फॉलो करें।
- कुरुक्षेत्र में कोरोना जांच किट नहीं: स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बारे में अलर्ट आया है। यहां के सरकारी अस्पताल में कोरोना जांच किट नहीं है। प्राइवेट अस्पतालों में जरूर है। अगर कोई संदिग्ध केस आया तो उसे प्राइवेट अस्पताल भेजा जाएगा।

हेल्थ एक्सपर्ट बोले- कोरोना से डील करना सीखना होगा कोविड में तीनों लहर के दौरान प्रदेश के नोडल अधिकारी रहे और रोहतक PGI में पल्मोनरी क्रिटिकल केयर एंड मेडिसिन के HOD डॉ. ध्रुव चौधरी ने बताया कि प्रदेश में जो केस आए हैं, जो सभी ओमिक्रॉन वैरिएंट के हैं। हमें वायरस के साथ डील करना सीखना होगा। कोविड देश से खत्म नहीं हो सकता। हमें मास्क की आदत डालनी होगी। कोविड में सावधानी ही इससे बचाव का एकमात्र विकल्प है। अभी तक आए वैरिएंट में डेल्टा सबसे अधिक खतरनाक रहा है।
(इनपुट: अभिषेक, चेतन, संदीप, जयप्रकाश, सुनील, प्रदीप, कपिल, राम, रिंकू, अमन, जितेंद्र, निरंजन, अजय, राजीव)

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